ठाकुरद्वारा प्रकरण में एंजाइटी और मेंटल ट्रामा से गुजर रही पीड़िता : सीएमएस

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Published By Vinay Shukla
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मुरादाबाद, अमृत विचार : ठाकुरद्वारा में स्थित एबीएम अस्पताल में दुष्कर्म मामले में पीड़ित नर्स को दोपहर बाद जिला अस्पताल में इलाज के बाद उसके सामान्य होने पर घर भेज दिया गया है।

 मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संगीता गुप्ता ने बताया कि पीड़िता के ब्लड की जांच और एक्स-रे कराए गए हैं, यह सभी नॉर्मल आए हैं। उन्हाेंने बताया कि पीड़िता एंजाइटी (चिंता) से गुजर रही है। यह किसी खास चिंता, डर या तनाव के कारण होता है। हालांकि यह धीरे-धीरे सही हो जाएगा। उन्हाेंने यह भी बताया कि पीड़िता मेंटल ट्रामा से प्रभावित है। उन्होंने कहा कि जब किसी कष्टदायक घटना के बाद तीव्र भावनात्मक या शारीरिक प्रतिक्रियाएं होती हैं तो उसे मेंटल ट्रामा कहा जाता है।

जब शरीर घटना के बारे में अपनी भावनाओं से अलग नहीं होता है तो ऐसी स्थिति आ जाती है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि मनोचिकित्सकों ने पीड़िता की काउंसिलिंग भी की है। दरअसल, डिलारी थाना क्षेत्र के राजपुर केसरिया निवासी डॉ. शाहनवाज ठाकुरद्वारा में किराये के भवन में अस्पताल चला रहा था। इस अस्पताल में डिलारी के एक गांव निवासी युवती 10 माह से नर्स का काम कर रही थी।

शनिवार रात करीब साढ़े बारह बजे के दौरान नर्स को बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी। इसके बाद उसकी तबियत भी बिगड़ गई थी। स्थानीय स्तर पर इलाज से लाभ नहीं होने पर परिवारजन उसे जिला अस्पताल में लेकर आए थे।

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