रानीखेेत: ताड़ीखेत की पांच ग्राम सभाएं जड़ी-बूटियों के नाम पर घोषित
रानीखेत, अमृत विचार। विकासखंड ताड़ीखेत की 5 ग्राम सभाएं, जिसमें से दो ग्रामसभाएं जामुन, एक तेजपत्ता, एक पदम व एक भीमल ग्राम घोषित की गई हैं। सरकार आयुष प्रदेश का सपना साकार करने के लिए जड़ी-बूटियों पर विशेष ध्यान दे रही है। जड़ी-बूटियों के उत्पादन से काफी अच्छी कमाई की जा सकती है। जिससे पहाड़ों से पलायन भी रुकेगा।
आयुष विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. अनुपमा त्यागी ने बताया कि इसी संदर्भ में ताड़ीखेत की 5 ग्राम सभाएं, जिसमें से 2 ग्राम सभाएं जामुन (सौला एवं सोनी), 1 तेजपत्ता (चमड़खान), 1 पदम (काकड़ीघाट) व 1 भीमल (बम्स्यूं) ग्राम घोषित किया गया। जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डॉ. गणेश उपाध्याय ने बताया कि आयुष विभाग के ताड़ीखेत ब्लॉक के 5 गांव को जड़ी-बूटी ग्राम घोषित किया गया है।
आयुष विभाग के डॉ. संजय कुमार श्रीवास्तव ने इन जड़ी-बूटियों से होने वाले फायदे के बारे में ग्रमीणों को अवगत कराया। कार्यक्रम में ग्रामीणों को आयुष विभाग द्वारा पौधे बांटे गये। जिसमें ग्राम सौला में डॉ. मुकेश गुप्ता, ग्राम सोनी में डॉ. ललित मोहन जोशी, ग्राम चमड़खान में डॉ. जीतेन्द्र कुमार पपनोई, ग्राम बम्स्यूं में डॉ. कुबेर अधिकारी व काकड़ीघाट में डॉ. वंदिता जोशी ने ग्रामीणों को पौधे बांटे।