Chitrakoot: कासगंज जेल में बंद मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास सहित पांच पर गैंगस्टर एक्ट के तहत एफआईआर...पढ़ें- पूरी खबर
पहले मुकदमें को हाईकोर्ट कर चुका है खारिज
चित्रकूट, अमृत विचार। कासगंज जेल में निरुद्ध विधायक अब्बास अंसारी और चार अन्य लोगों पर कोतवाली प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह ने गैंगस्टर एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है। गैंगस्टर एक्ट के इसके पहले दर्ज मुकदमें को पिछले साल इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पूर्व में यह मुकदमा कोर्ट ने प्रोसीजरल फाल्ट के तहत रद किया था।
पिछले साल दस फरवरी को जिला जेल में औचक छापेमारी के दौरान तत्कालीन जिलाधिकारी अभिषेक आनंद और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने माफिया मुख्तार अंसारी के पुत्र और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से मऊ के विधायक अब्बास अंसारी को पत्नी निकहत बानो के साथ जिला जेल रगौली में अनधिकृत रूप से मुलाकात करने के आरोप में पकड़ा गया था। यह भी खुलासा हुआ था कि इस गैरकानूनी मुलाकात में जेल के कई अधिकारी और स्थानीय लोग भी मददगार हैं।
इस मामले में चौकी प्रभारी ने गैंगस्टर एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मुकदमें को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। अब एक बार फिर कोतवाली प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह की तहरीर पर अब्बास अंसारी, जो फिलहाल कासगंज जेल में बंद है, समेत पांच लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है।
इसके मुताबिक, गाजीपुर जिले के यूसुफपुर (मोहम्मदाबाद) निवासी अब्बास अंसारी गैंग लीडर जिला जेल में रहने के दौरान गैंग के सदस्य शंकर बाजार निवासी नवनीत सचान पुत्र सत्येंद्र, द्वारिकापुरी पुरानी बाजार निवासी सपा के प्रदेश सचिव फराज खां पुत्र मुन्ना खां, कंशरायपट्टी रेवतीपुर (गाजीपुर) निवासी नियाज अंसारी पुत्र मुन्ना अंसारी और अर्दली बाजार कैंट (वाराणसी) निवासी शहबाज आलम खां पुत्र शाहिद आलम लोगों को डरा धमकाकर रंगदारी वसूलते हैं, मारपीट करते हैं।
एसपी ने बताया कि निकहत कभी पर्ची के आधार पर और कभी अनधिकृत रूप से पति से जेल में मिलती थीं और उनका चालक यहां कुछ स्थानीय लोगों के साथ मिलकर नया गैंग तैयार कर रहा था। एसपी ने बताया कि पहले मुकदमे को हाईकोर्ट ने प्रोसीजरल फाल्ट के आधार पर निरस्त कर दिया था। यह छूट भी दी थी कि स्थानीय स्तर पर प्रशासन यह पाता है कि यह गैंग है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
बताया कि यह पाया गया कि गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला विधिसम्मत है। इसलिए यह रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। एक आरोपी अब्बास अंसारी जेल में हैं, के रिमांड के लिए कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया गया है। बाकी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है।
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