Banda News: घाटियों की बारिश से केन नदी उफान पर, डीएम ने किया भ्रमण
जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर नाव व्यवस्था कराए जाने के दिए निर्देश
बांदा, अमृत विचार। सीमावर्ती मध्य प्रदेश की घाटियों में पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश का असर जिले में दिखाई दिया। केन नदी खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही है। यहां खतरे का निशान 104 मीटर है।
केन नदी का अचानक जलस्तर बढ़ने से किसानों के खेत जलमग्न हो गए। गांवों के मार्गों से संपर्क कट रहा है। केन और यमुना नदियों के उफान पर आने से कई गांवों में बाढ़ के हालत पैदा हो गए है। नदी किनारे आबाद गांवों तक बाढ़ का पानी पहुंचने लगा है। संपर्क मार्गों में पानी भरने से ग्रामीणों का गांव तक पहुंचना मुश्किल हो गया है।
जिलाधिकारी नगेंद्र प्रताप ने केन नदी का जलस्तर बढने के कारण संभावित बाढ़ की स्थित होने पर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए निरीक्षण किया। उन्होंने पैलानी तहसील अंतर्गत सिंधनकलां, समेराडेरा, शिवरामपुर के बरेहटा रपटा तथा समरा डेरा रपटा का निरीक्षण करते हुए सिंधनकला गांव के रास्ते में पड़ने वाले रपटे में जल स्तर बढने की स्थिति में एसडीएम पैलानी को सड़क के दोनों ओर पुलिस और नावों की व्यवस्था कराने के साथ ही संबंधित कर्मियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए।
उन्होंने अमरा संपर्क मार्ग के रपटे में भी जलस्तर बढने से लोगों को सतर्क करते हुए रपटे में नही जाने तथा पुलिस की व्यवस्था कराने को कहा। एसडीएम को तहसील के अंतर्गत बाढ़ प्रभावित संभावित स्थानों पर लोगों को जागरूक करने को कहा।
उन्होंने आरईएस अधिशाषी अभियंता से बरेहटा रपटा मरम्मत के लिए विवरण सहित स्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिये। इस मौके पर एडीएम राजेश कुमार, सीडीओ वेद प्रकाश मौर्य, एसडीएम पैलानी शशि भूषण मिश्रा, खंड विकास अधिकारी जसपुरा उपस्थित रहे।
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