शाहजहांपुर: जिलाधिकारी बने किसान, खेत में पहुंचकर काटा धान, जांची फसल की उत्पादकता

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Published By Deepak Shukla
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शाहजहांपुर, अमृत विचार। किसानों की स्थिति समझने और धान की उत्पादकता जांचने के लिए डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह बुधवार को खुद ही खेत में उतर गए और दराती लेकर धान काटने लगे। डीएम को ऐसा करते देख लोग हैरत में पड़ गए। इस दौरान डीएम ने किसानों से पराली न जलाने की अपील की। 
  
जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह की देखरेख में फसलों की औसत उपज और उत्पादन के आंकड़ों के संकलन की स्थिति देखी गई। भावलखेड़ा की ग्राम पंचायत दौलतपुर में अधिकारी बुधवार दोपहर बाद पहुंचे। यहां जिलाधिकारी ने दौलतपुर के कृषक जहीर हसन के धान के खेत में 43.3 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के 10-10-10 मीटर का समबाहु त्रिभुज का प्लॉट बनावाकर सीसीई एग्री ऐप के माध्यम से फसल की क्रॉप कटिंग कराई। जिलाधिकारी ने किसान के साथ मिलकर स्वयं भी दराती से फसल की कटाई की।
 
जिलाधिकारी ने धान की पिटाई कराकर उसकी तौल भी कराई, जिसमें 29.62 किलो ग्राम की फसल प्राप्त हुई। जिलाधिकारी ने क्षेत्र के दौलतपुर गांव में क्रॉप कटिंग के निरीक्षण के दौरान फसल नपाई, कटाई, सीसीई एग्री ऐप पर ऑनलाइन फीडिंग आदि बिंदुओं की जानकारी जिला सांख्यिकी अधिकारी, अजय विक्रम सिंह से ली। 

जिलाधिकारी ने किसान बंधुओं से आग्रह किया कि किसान अपनी फसलों का बीमा जरूर कराएं व अपने-अपने खेतों में पराली न जलाने की भी अपील की।
 इस अवसर पर नायब तहसीलदार आशीष सक्सेना, राजस्व निरीक्षक महेश श्रीवास्तव, अनुपम तिवारी, क्षेत्रीय लेखपाल आकांक्षा शुक्ला, लेखपाल सौरव मिश्र, बीमा कंपनी के जिला प्रबंधक शमी आलम, तहसील समन्वयक मुसाद रजा, अभिषेक चौहान व अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।

डीएम ने खंड शिक्षा अधिकारी से मांगा जवाब
 
भावलखेड़ा के दौलतपुर में डीएम के समक्ष ग्रामीणों ने समस्याओं को रखा। डीएम ने राशन दुकान, हर घर जल, जल जीवन मिशन पाइप लाइन, प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय और वृहद गौ संरक्षण केंद्र सल्लिया का निरीक्षण किया। राशन दुकान पर खराब गणवत्ता का गल्ला प्राप्त होने पर डीएम ने डीएसओ को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। 

पेयजल पाइप लाइन के रेस्टोरेशन का कार्य ठीक से न होने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त कर 15 दिनों में रेस्टोरेशन का कार्य गुणवत्तापूर्ण किए जाने को कहा। 
प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शौचालय व हैंडवॉश संचालित न मिलने व अन्य कमियां मिलने पर डीएम ने खंड शिक्षा अधिकारी का जवाब तलब के निर्देश दिए। बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ संस्कारिक शिक्षा भी दी जाए। 

पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कई शिक्षक, शिक्षिका सीसीएल व आकस्मिक अवकाश मिलने पर बीएसए कार्यालय से मानव संपदा पोर्टल से ऑनलाइन छुट्टी स्वीकृत के संबंध में सत्यापन कराने को कहा। मध्याह्न भोजन में प्रयोग वाले तेल मसाले के संबंध में भी जानकारी ली। गैस पर खाना बनते न मिलने पर नाराजगी व्यक्त की। डीएम ने ग्रामीणों की समस्या समाधान को खंड विकास अधिकारी व प्रधान को निर्देश दिए। पंचायत सहायक को निर्देश दिए कि विद्यालय न जाने वाले बच्चों की सूची बनाकर उपलब्ध कराएं।

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