Unnao News: दीपावली नजदीक आते ही मिलावटी मिठाई व खोया कारोबारी सक्रिय...रात के अंधेरे में धधक रही भट्ठियां
उन्नाव, अमृत विचार। जिले में दीपावली का त्योहार नजदीक आते ही मिलावट खोर भी खूब तेजी के साथ सक्रिय हो गए हैं। नकली व सिंथेटिक खोया कारोबारियों व मिलावटी दूध की बनी मिठाई बनाने में कार्य तेजी से शुरु कर दिया हैं। वही छापे के भय से गांवों में जहां रात के अंधेरे में भट्ठियां धधकने लगीं हैं। वहीं विक्रेताओं ने भी बड़े पैमाने पर मिलावटी खोया व मिठाई तैयार करने का काम तेजी से शुरू कर दिया है।
खाद्य सुरक्षा विभाग में जिले में लगभग दो दर्जनों से अधिक खोया भट्ठियां पंजीकृत हैं,जो प्रत्येक सीजन में खोया या मिठाई का कारोबार करती हैं। इसके अलावा त्योहार के मौके पर कारोबारी भी सक्रिय हो जाते हैं। दीपावली नजदीक आते ही शहर के बड़ा चौराहा, छोटा चौराहा, पीड़ी नगर व तहसील बांगरमऊ, हसनगंज, पुरवा, बीघापुर क्षेत्र के दर्जनों गांवों में बड़े पैमाने खोया व रंगबिरंगी मिठाई तैयार हो रही है।
सूत्रों की माने तो बांगरमऊ व बीघापुर के गंगा नदी किनारे बसे गांवों में भी रात के अंधेरे में मिलावटी मिठाई व खोया भट्ठियां धधकने लगी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इनमे कई स्थानों पर संचालित खोया भट्ठियों पर दूध पाउडर के घोल व फैट रहित दूध से मिलावटी खोया तैयार किया जा रहा है। फिर उसी से रंगबिरंगी मिठाई। छापे के डर से रात के अंधेरे में खोया तैयार करने का काम होता है। मिलावटी मिठाई व खोए को कारोबारी जिले के साथ ही आस पास के जनपदों की बाजारों में खपाते हैं।
कैसे तैयार होता है मिलावटी खोया
फैट रहित दूध व ग्लूकोज के घोल में चिकनाई लाने के लिए रिफाइंड या पाम आयल मिलाते हैं। खराब होने से बचाने के लिए कारोबारी चीनी के साथ ही केमिकल व हाइड्रोजन पराक्साइड का प्रयोग करते हैं।सिंथेटिक खोये में सोडा, पोस्टर कलर, कैल्शियम कार्बोनेट, सोडियम बाई कार्बोनेट,फार्मेलीन मिलाकर तैयार किया जाता है। प्रयोगशाला में परीक्षण से ही इसकी हकीकत सामने आ सकती है।
स्वास्थ्य के लिए बहुत ही नुकसान दायक
डॉक्टरों के अनुसार मिलावटी खोया व उससे बनी मिठाई स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं। सोडियम बाई कार्बोनेट, स्टार्च व हाइड्रोजन पराक्साइड आदि अखाद्य पदार्थ हैं। इससे आंतों, गुर्दों पर प्रतिकूल असर पड़ता है। फार्मेलिन एक तरह का जहर है, जो किडनी व लीवर पर प्रतिकूल असर डालता है।
कैसे करें मिलावटी खोया की पहचान
आयोडीन टिंचर खोया में डालने से स्टार्च की मिलावट पर रंग नीला हो जाता है। यदि खोया सफेद, हल्के पीले रंग का है तो वह मिलावटी होने की संभावना होती है। सूंघने पर मिलावटी खोए की खुशबू अजीब सी महसूस होती है। खोए को हाथ से रगड़ऩे पर असली होने पर घी छोड़ता है। चख कर देखने पर असली खोए का स्वाद मीठा व अच्छा लगता है।
बोले जिम्मेदार…
खाद्य एवं औषधि प्रशासन अधिकारी शैलेश दीक्षित ने कहा कि लगातार क्षेत्रों में अभियान चलाकर दुकानों से सैंपलिंग व छापेमारी की जा रही है। मिलावटखोरों को सक्रिय नहीं होने दिया जायेगा। ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जा रही है।
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