Budaun: लापरवाही पर मेडिकल कॉलेज के दो चिकित्सक पर गिरी गाज, डीएम ने बैठाई जांच
बदायूं, अमृत विचार : राजकीय मेडिकल कालेज में सात साल की बच्ची ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया था। इसकी गूंज शासन तक पहुंची तो शासन ने राजकीय मेडिकल कालेज के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई निर्देश दिए। मेडिकल कॉलेज प्रशासन के निर्देश गठित तीन सदस्यीय कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर दो डाक्टरों को बर्खास्त और दो चिकित्सकों को निलंबित किया है। शासन ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से भी जवाब मांगा है।
राजकीय मेडिकल कालेज में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिताएं चल रही हैं। इसी बीच 23 अक्टूबर को ब्लॉक जगत के ग्राम थल्लिया नगला निवासी नाजिम अपनी सात साल की पुत्री सोफिया को लेकर पहुंचा। राजकीय मेडिकल कालेज में कोई डाक्टर नही मिला। नाजिम पुत्री को लेकर इधर उधर भटकता रहा किसी ने नहीं देखा जिससे सोफिया की हालत और बिगड़ गयी। सोफिया ने कुछ देर बाद अपनी मां की गोद में तड़प तड़प कर दम तोड़ दी।
बच्ची की मौत के बाद राजकीय मेडिकल कालेज में खलबली मच गयी। इस मामले को लेकर डीएम के निर्देष पर जांच कमेटी बनायी गयी। तीन सदस्यीय जांच कमेटी ने गुरुवार रात जांच आख्या राजकीय मेडिकल कालेज प्रशासन को सौंप दी। जिसके बाद जिला अधिकारी के निर्देष पर दो डाक्टरों को बर्खास्त कर दिया गया।
बर्खास्त होने वालों में ईएनटी विभागाध्यक्ष डा. शलभ वैश्य, जूनियर रेजीडेंट ईएनटी डा. दिव्यांशी शर्मा की तत्काल प्रभाव से सेवाएं समाप्त कर दी गईं जबकि जूनियर रेजिडेंट ईएनटी के विभागाध्यक्ष डा. अभिषेक शर्मा और डा. इमराज जेआर-2 को एक माह के लिए निलंबित किया गया है। शासन ने प्राचार्य से जवाब मांगा है। इस मामले में जल्द ही अन्य चिकित्सकों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
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