Kanpur: दीपोत्सव पर रोशन हुए घर-आंगन, शहर जगमग, आज मनाई जाएगी दीपावली, यहां जानें- पूजन के लिए शुभ मुहूर्त

Kanpur: दीपोत्सव पर रोशन हुए घर-आंगन, शहर जगमग, आज मनाई जाएगी दीपावली, यहां जानें- पूजन के लिए शुभ मुहूर्त

कानपुर, अमृत विचार। प्रदोषकाल व महानिशिथ काल के मिलन पर गुरुवार को दीपावली मनायी जाएगी। पूजन के लिए शुभ मुहूर्त शाम 5 बजे के बाद मिलेगा। हर मुहूर्त पर एक घंटे का समय मिलेगा। बुधवार को छोटी दीपावली पर शहर की हर गली, मोहल्ला रोशनी से जगमग दिखे। घर-दुकान के साथ निजी व सरकारी संस्थान भी रंग-बिरंगी झालरों से जगमगाए। मंदिरों को भी सजाया गया। झालरों से मंदिर की दीवारों पर देवी-देवताओं की आकृति व दीपक बनाए गए। 

ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार दीपावली का पर्व प्रदोष काल व महानिशिथ काल व्यापनी अमावस्या में मनाया जाता है। जिसमें प्रदोष काल का महत्व गृहस्थों व व्यापारियों और महानिशिथ काल का उपयोग तांत्रिक विधि से पूजन करने वालों के लिए है। 

अमावस्या 31 अक्टूबर को दिन में 3:53 बजे से प्रारंभ होकर एक नवंबर को शाम 6:16 बजे समाप्त होगी। दीपावली पूजन के लिए प्रदोष काल व महानिशिथ काल मुख्य है। इसलिए 31 अक्टूबर गुरुवार को दीपावली का शुभ मुहूर्त है। दीपावली पर घर-दुकान व प्रतिष्ठान सजाने के लिए लोगों ने विभिन्न रंगों की झालरों का प्रयोग किया। 

लोगों ने एलईडी बल्ब की झालरों से घरों को सजाया, क्योंकि इन झालरों की रोशनी तेज होती है। धनतेरस से ही झालर लगनी शुरू हो गई थीं। बुधवार को छोटी दीपावली पर हर घर, दुकान और प्रतिष्ठान जगमग दिखे। सरकारी विभागों व स्कूल-कालेज की बिल्डिंगों को भी झालरों से रोशन किया गया। स्कूलों पर तिरंगा तो मंदिरों पर ऊं, दिये, स्वास्तिक, त्रिशूल आदि के चित्र झालरों से बनाए गए हैं। छोटी दिवाली पर बच्चों ने अनार, पटाखे, चकरघिन्नी भी जमकर छुड़ाया। 

पीकॉक, लेमन ट्री व एलीफैंट पटाखा 

शहर में इको फ्रेंडली पटाखों की बाजार भी सज गई है। पटाखा कारोबारियों के अनुसार यह पटाखे तेज आवाज वाले बमों की तुलना में कम धुआं और कम आवाज करते हैं। मगर रंग-बिरंगी लाइटें निकलती हैं। शहर में करीब 41 स्थानों पर फुटकर पटाखा बाजार व गंगा बैराज ग्रीन सिटी के पास मैदान में थोक पटाखा बाजार लगा है। बृजेंद्र स्वरूप पार्क में 33 दुकानों का बाजार लगा है। 

पटाखा बाजार के दुकानदारों ने बताया कि इस बार बाजार में आसमानी आतिशबाजी के लिए 388 शॉट वाला पटाखा आया है। वहीं बच्चों के लिए डक, एलीफैंट व मंकी पटाखा भी है। इसके अलावा पांच शॉट का मोरछाप पेंटा भी लोगों की पसंद बना है, जो अलग-अलग रंग में आतिशबाजी का नजारा दिखाता है। स्पेशल फ्लावर पॉट अनार भी है। 

दुकानदारों ने बताया कि बाजार में इको फ्रेंडली व कम आवाज के साथ आसमानी आतिशबाजी के पटाखों की मांग है। जिसमें एक बार में 10 रंग-बिरंगे शॉट आसमान उजाले से भर देंगे। बच्चों के लिए पीकॉक पटाखा है, जिसमें मोर पंख की तरह अनार की रोशनी निकलेगी। लेमन ट्री पटाखा जलाते ही नींबू की तरह गेंद का नजारा देखने को मिलेगा। 

प्रदोष काल

शाम 5.18 से लेकर शाम 7.52 बजे तक प्रदोष काल रहेगा। इसमें स्थिर लग्न वृष का समावेश शाम 6.07 से 8.03 बजे तक रहेगा। वहीं अमृत की चौघड़िया शाम 5.27 से 7.03 बजे तक। इसके बाद चर चौघड़िया की वेला 7.03 से 8. 40 बजे तक रहेगी। इस बीच 1.45 मिनट का समय अमावस्या, प्रदोष काल, वृष लग्न और अमृत चौघड़िया का पूर्ण संयोग बनेगा।

महानिशिथ काल 

महानिशिथ काल रात 11.15 से 12.06 तक रहेगा। इस बीच अमावस्या और महानिशिथ काल का पूर्ण संयोग रहेगा। दीपावली में महानिशिथ काल अति महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके बाद रात 12.35 से 2.49 बजे तक स्थिर सिंह लग्न रहेगी। इस बीच अमावस्या और सिंह लग्न का पूर्ण संयोग बनेगा।

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