मुरादाबाद : अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार, तीन फरार...महंगे शौक पूरे करने को चुराते थे कारें
आरोपियों से चोरी की 6 कारें,7 मोबाइल, 315 बोर का तमंचा, कारतूस बरामद, दो वाईफाई डिवाइस, चाबियां व लॉक तोड़ने के उपकरण भी आरोपियों के पास से मिले
मुरादाबाद। सिविल लाइंस थाना पुलिस ने मेरठ और हरिद्वार निवासी दो युवकों को गिरफ्तार कर अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की 6 कारें, सात मोबाइल, 10 चाबियां, लॉक तोड़ने के उपकरण बरामद किए हैं। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि इस गिरोह का सरगना बुलंदशहर का रहने वाला है। सरगना समेत तीन आरोपी फरार है, जिनकी तलाश में पुलिस टीम लगी है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
पुलिस लाइन में सोमवार को प्रेसवार्ता कर एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का खुलासा किया। एसपी सिटी ने बताया कि मूल रूप से अमरोहा के औगारपुर निवासी रोहित कुमार आशियाना फेस-1 में रहते हैं। रोहित कुमार ने बीती 27 नवंबर को अपनी ब्रेजा कार घर के बाहर से चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद से पुलिस जांच पड़ताल में जुटी थी। शनिवार रात पुलिस को सूचना मिली कि कुछ वाहन चोर चोरी की कार लेकर पोस्टमार्टम हाउस के सामने रामगंगा नदी के पास खड़े हैं।
सूचना मिलते ही थाना सिविल लाइंस के प्रभारी निरीक्षक मनीष सक्सेना, एसआई सतेंद्र मलिक, लोकेंद्र सिंह, अनुज कुमार व हेड कांस्टेबल अंकुल कुमार की टीम ने घेराबंदी कर ली। टीम ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि तीन अंधेरे का लाभ उठाकर पुलिस को चकमा देकर भाग निकले। पकड़े गए आरोपियों की पहचान उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रानीपुर थाना के संजय नगर निवासी योगेश उर्फ राजू सिंह और मेरठ के नौचंदी थाना क्षेत्र के भवानीनगर निवासी सरताज अहमद के रूप में हुई है।
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने आशियाना से चोरी हुई रोहित कुमार की ब्रेजा कार समेत छह कार, 315 बोर का एक तमंचा व कारतूस, सात मोबाइल, दो वाईफाई डिवाइस, कार की चाबियां और लॉक तोड़ने का सामान बरामद किया। एसपी सिटी के अनुसार पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मौके से फरार होने वालों में इस गिरोह का सरगना बुलंदशहर कोतवाली देहात के आश्रम वाली गली सरकारी नगर निवासी अनिल पवार, वहीं का रहने वाला सहयोगी रिंकू और हरिद्वार के बहादराबाद थाना के घोड़ों वाली निवासी आस मोहम्मद उर्फ आशु शामिल हैं।
आरोपियों के पास से जो कार मिली है, उसमें दो दिल्ली, एक गाजियाबाद के कबीर नगर थाना और एक मुरादाबाद के आशियाना से चोरी की गई थी। शेष दो गाड़ियां भी अलग-अलग स्थान से चुराई गई थी। गिरफ्तार आरोपी राजू सिंह उर्फ योगेश पर गाजियाबाद, उत्तराखंड के हरिद्वार और मझोला के सिविल लाइंस थाने में चार मुकदमे दर्ज हैं। जबकि दूसरे आरोपी सरताज के खिलाफ मेरठ के नौचंदी और सिविल लाइंस थाने में तीन एफआईआर पहले से दर्ज हैं। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
महंगे शौक पूरे करने को चुराते थे कारें
मुरादाबाद, अमृत विचार: सिविल लाइंस थाना पुलिस द्वारा पकड़े गए अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह के दोनों आरोपी राजू सिंह और सरताज अहमद ने कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह के अनुसार आरोपियों ने बताया कि वह लोग खाने पीने व घूमने के शौकीन है, जिसमें काफी पैसे खर्च होने से पैसों की जरूरत बढ़ गई थी। उसी दौरान उनकी मुलाकात बुलंदहशर निवासी सरगना अनिल पंवार से हुई थी। उसी ने गाड़ी चोरी के काम में लगा लिया।
आरोपियों ने बताया कि वह लोग पुरानी खत्म हो चुकी गाड़ियों के कागज निकलवा कर उसी मॉडल की गाड़ी आसपास के जिलों और राज्यों से चोरी करते हैं। इसके लिए उन गाड़ियों का कम्प्यूटराईज लॉक तोड़ते हैं। आरोपियों ने यह भी बताया कि बुलंदशहर निवासी गिरोह का सरगना अनिल पंवार यूट्यूब से फर्जी आरसी तैयार करना सीख गया था। इसके बाद वह आरसी तैयार करता है। गाड़ियों को चोरी करने के बाद उसका रजिस्ट्रेशन नंबर, इंजन व चेसिस नंबर बदल देते हैं। बाद में अनिल उन गाड़ियों की फर्जी आरसी बना देता है। इसके बाद चोरी की गाड़ी को फाइनेंस की बताकर आसानी से उसे लोगों को बेच देते हैं। आरोपियों ने बताया कि जो पैसे मिलते हैं उसे प्रत्येक साथी को उसके काम के अनुसार बांटा जाता है। आरोपियों ने स्वीकार किया कि अब तक कई कारें बेच चुके हैं।