Kanpur: 2025 में मंगल सात बार करेंगे राशि परिवर्तन, इन राशियों के जातकों के जीवन में आएगी उन्नति और खुशहाली

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष पंचमी 6 दिसंबर 2024 दिन शुक्रवार को मंगल कर्क राशि में वक्री गति से गोचर आरंभ कर देंगे। जहां पर 23 जनवरी 2025 तक वक्री गति से कर्क राशि में गोचर करेंगे तथा 23 जनवरी 2025 को ही मिथुन राशि में वक्री गति से ही प्रवेश कर जाएंगे।

मिथुन राशि में मंगल 24 फरवरी दिन सोमवार तक वक्री गति से गोचर करेंगे तथा 24 फरवरी दिन सोमवार को मंगल मिथुन राशि में मार्गी हो जाएंगे। जहां पर 7 अप्रैल 2025 दिन सोमवार तक रहेंगे।

मिथुन राशि में मंगल का गोचर 

23 जनवरी 2025 से 7 अप्रैल 2025 दिन सोमवार को रात में 4:33 बजे तक मिथुन राशि मे रहेगा।

कर्क राशि मे मंगल का गोचर 

7 अप्रैल 2025, दिन सोमवार को रात में 04:33 बजे से 9 जून 2025 दिन सोमवार को रात में 9:09 बजे तक।

सिंह राशि में मंगल का गोचर 

9 जून 2025 दिन सोमवार को रात में 9:09 बजे से 31 जुलाई 2025 दिन गुरुवार को प्रातः 6:09 बजे तक।

कन्या राशि मे मंगल का गोचर 

31 जुलाई 2025 दिन गुरुवार को प्रातः 6:09 बजे से 15 सितंबर 2025 दिन सोमवार को रात में 10:01 तक। तत्पश्चात तुला राशि में।

तुला राशि में मंगल का गोचर 

15 सितंबर 2025 दिन सोमवार को रात में 10:01 बजे से 28 अक्टूबर 2025 दिन मंगलवार को दिन में 4:24 बजे तक। उसके बाद वृश्चिक राशि में।

वृश्चिक राशि मे मंगल का गोचर 

28 अक्टूबर 2025 दिन मंगलवार को दिन में 4:24 बजे से 7 दिसंबर 2025 दिन रविवार को दिन में 2:37 बजे तक। उसके बाद धनु राशि में।

धनु राशि मे मंगल का गोचर 

7 दिसंबर 2025 दिन रविवार को दिन में 2:37 से 15 जनवरी 2026 दिन बृहस्पतिवार को दिन में 12:45 तक धनु राशि में।

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मंगल गोचर का प्रभाव

ज्योतिष सेवा संस्थान के संस्थापक आचार्य पवन तिवारी ने बताया कि मंगल साल 2025 में कई बार एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करेंगे। मंगल गोचर का प्रभाव कुछ राशियों के लिए शुभ तो कुछ राशियों के लिए अशुभ रहेगा। साल 2025 में मंगल मेष व वृश्चिक राशि के जातकों के लिए लाभकारी रहेंगे। इन दोनों राशियों के ये स्वामी ग्रह भी हैं।

इन राशि के जातकों के जीवन में आर्थिक खुशहाली, करियर में उन्नति व स्वास्थ्य में सुधार होगा। इसके अलावा मंगल कुंभ, मीन, वृषभ, तुला, धनु, कन्या, मकर व सिंह, वृश्चिक राशि के जातकों को भी शुभ फल प्रदान करेंगे। हालांकि मिथुन राशि के जातकों को थोड़ी सतर्कता बरतने की जरूरत रहेगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल की शत्रु राशि मिथुन है।

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