Kanpur में काकादेव पुलिस पर लग रहे सवालिया निशान: रिटायर्ड HCP के घर से चोरी जेवरात के बाद बरामदगी के खेल की जांच शुरू

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। रेलबाजार पुलिस के सोना चोरी करने के कांड के बाद अब काकादेव पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए है। शास्त्री नगर निवासी सेवानिवृत्त एचसीपी के घर हुई लाखों की चोरी के बाद बरामदगी में किए गए खेल की जांच एसीपी स्वरूप नगर सौंपी गई है। पुलिस के अनुसार 80 में से 60 ग्राम सोने की ज्वैलर्स से बरामदगी एसोसिएशन पदाधिकारी के सामने हुई है। एचसीपी के मुताबिक बरामदगी में सिर्फ उनकी पायल मिली है। बाकी उनका सोना नहीं मिला। एसीपी मंगलवार को एचसीपी का बयान दर्ज करेंगे।

शास्त्री नगर निवासी दिनेश पाल सिंह एचसीपी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। नौ जनवरी को टप्पेबाजों ने उनके घर से 12 लाख की ज्वैलरी चोरी की थी। काकादेव पुलिस ने खुलासा करते हुए तीन शातिर टप्पेबाजों सरदारों को गिरफ्तार करके सोना बरामदगी की थी। सोना बरामदगी की जांच एसीपी स्वरूप नगर आईपी सिंह ने शुरू कर दी है। 

सेवानिवृत्त एचसीपी के अनुसार टप्पेबाज चार साेने की चूड़िया, दोनों कानों की लटकन, एक अंगूठी, एक सोने की जंजीर, एक मंगलसूत्र, तीन पायल की जोड़ी चांदी और एक चांदी का सिक्का गायब किया था। जबकि बरामदगी में सिर्फ उनकी पायल मिली है। इस संबंध में डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि चोर की ओर से पार करके बेचे गए सोने को सर्राफ ने गला दिया है। सर्राफ एसोसिएशन के पदाधिकारियों के सामने चुराया गया 80 में से 60 ग्राम सोना बरामद हो गया है। उसे एचसीपी को दिखाकर दाखिल कर दिया गया है। कोई सोना गायब नहीं है। बाकी जांच केबाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। 
 
एचसीपी हो चुका बर्खास्त 

एचसीपी दिनेश पाल सिंह की तैनाती पूर्व में पनकी थाने में थी। पनकी में पोस्टिंग के दौरान उन पर एनडीपीएस के मुल्जिम को भगाने का आरोप लगा था। उस घटना में एक होमगार्ड को जेल भेज दिया गया था। जब बाद में उस होमगार्ड की जमानत नहीं हो पाई थी तो फिर मामले का खुलासा हुआ था। तत्कालीन पुलिस अधिकारियों द्वारा एचसीपी को बर्खास्त कर दिया था। फिर वह हाईकोर्ट से बहाल हो गया था।

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