संभल: एएसआई को मिले ऐतिहासिक सिक्के और प्राचीन मिट्टी के बर्तन
संभल के अल्लीपुर खुर्द में अमरपति खेड़ा पहुंची टीम तो मिले बर्तन और सिक्के
संभल, अमृत विचार। 68 तीर्थ और 19 कूपों की नगरी संभल में एएसआई संरक्षित समाधि स्थल वाले अल्लीपुर खुर्द के अमरपति खेड़ा में सालों पुराने सिक्के और मिट्टी के बर्तन मिले हैं। एएसआई टीम की सूचना पर एसडीएम ने भी दौरा किया और मिट्टी के बर्तन एवं सिक्कों को कब्जे में ले लिया। जिनकी संख्या 300 से 400 बताई गई। एसडीएम का कहना रहा कि वहां गुरु अमर की समाधि बताई जाती है जो एएसआई के रिकार्ड में संरक्षित है।
प्राचीन एवं ऐतिहासिक नगरी में प्रशासन और एएसआई की खोजबीन से न सिर्फ प्राचीन धरोहरें सामने आ रही हैं बल्कि उनसे जुड़ी चीजें भी मिल रही है। बुधवार को एएसआई की टीम ने गांव अल्लीपुर खुर्द में पुरातत्व संरक्षित अमरपति खेड़ा का दौरा किया। वहां गुरु अमर की समाधि बताई जाती है। एएसआई टीम को पुराने सिक्के और मिट्टी के बर्तन मिले। इतना ही नहीं, ग्रामीणों ने भी पहले से रखे पुराने सिक्कों और मिट्टी के बर्तनों के बारे में जानकारी दी। एएसआई टीम ने प्रशासन को इसकी जानकारी दी तो गुरुवार को एसडीएम डॉ.वंदना मिश्रा भी मौके पर पहुंचीं। उन्होंने मौके का जायजा लेते हुए मिट्टी के बर्तन और सिक्कों को कब्जे में ले लिया, जो हजारों साल पुराने बताए गए। एसडीएम डॉ.वंदना मिश्रा ने बताया कि वहां पर कल एएसआई की टीम गई थी। उस स्थल को अमरपति खेड़ा के नाम से चिह्नित किया। अमरपति खेड़ा पूर्व से एएसआई द्वारा 1920 से संरक्षित स्थल रहा है। वहां पुराने मिटभांड और सिक्के मिले हैं। वहां पर लोगों द्वारा बताया गया कि वहां पहले से पुरानी समाधियां रही हैं। जो एएसआई के रिकॉर्ड में है गुरु अमर की समाधि थी, जब उसे संरक्षित किया गया था। गुरु अमरा पृथ्वीराज चौहान समकालीन माने जाते हैं। वहां पर 300-400 पुराने सिक्के अभी तक मिले हैं। बताते चलें कि अल्लीपुर खुर्द में अभी भी कई ऐतिहासिक चीजें होने की बात सामने आ रही है। प्रशासन उन चीजों को खोजने पर विचार विमर्श कर रहा है।
