हरदोई पुलिस ने कर दिया बड़ा खेल: 'इधर की ईंट, उधर को रोड़ा' जोड़ कर लगाई फर्जी रिपोर्ट! एसपी तक पहुंची मातहतों की कारस्तानी

हरदोई। पुलिस कब क्या कर बैठे कुछ कहा नहीं जा सकता। मामला था रास्ता जा रहे युवक के साथ पिटाई करते हुए उससे रुपये और मोबाइल छीनने का, युवक थाने पहुंचे, लेकिन जब वहां उसकी बात नहीं सुनी गई तो उसने आईजीआरएस की, फिर क्या था पुलिस ने अपने को बचाते हुए खेला कर दिया, उसने आनन-फानन में फर्ज़ी रिपोर्ट लगाते हुए फाइल आगे बढ़ा दी, इसका पता हुआ तो आईजीआरएस करने वाले युवक ने एसपी तक बात पहुंचाते हुए एसएचओ और दरोगा के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
हरियावां थाने के भदेवरा निवासी राजन त्रिवेदी पुत्र छंगा ने आईजीआरएस में कहा है कि 9 नवंबर को वह प्रधान से मुलाकात करने उनके घर महमदापुर जा रहा था, उसी बीच नहर पुल के पास एक जान-पहचान वाला मिला और उससे बातें करने लगा, तभी खड़रौआ गांव निवासी सुनील कुमार राठौर अपने चार साथियों के साथ पहुंचा और उसकी पिटाई करने लगा, साथ ही जेब में रखे 10 हज़ार रुपये और मोबाइल छीन लिया।
उसने थाने पहुंच कर शिकायत की, आरोप है कि एसएचओ टड़ियावां और हल्का दरोगा ने आरोपियों से सांठगांठ कर मामला रफा-दफा कर उसे चलता कर दिया।उसके बाद से वह कई बार पुलिस के आगे गिड़गिड़ाया, लेकिन उसकी नहीं सुनी गई। उसके बाद उसने आईजीआरएस की। राजन के आईजीआरएस करने के बाद पुलिस ने खेल कर दिया।
पुलिस की तरफ से जांच रिपोर्ट लगाई गई, जिसमें एसआई वासु कुमार ने खुद को जांच अधिकारी बताते हुए अपराध संख्या-0624 धारा 352/351(2)/115(2) दिनांक 15 नवंबर 2024 में शिकायत करने वाले को टड़ियावां थाने के भड़ायल का निवासी बताते हुए लिखा है कि नीरज ने रामप्रकाश त्रिपाठी, गौरव, सुशील कुमार और विशाल के साथ मारपीट की बात कही गई थी।
एसआई वासु कुमार ने पकंज सिंह और सिब्बू को गवाह बताते हुए लिखा है कि कोई कानूनी कार्यवाही की आवश्यकता नहीं ,संतुष्ट है। राजन त्रिवेदी ने एसपी से शिकायत की है कि एसएचओ टड़ियावां व हल्का दरोगा ने आरोपियों को बचाने के लिए फर्ज़ी रिपोर्ट लगाई है।
जबकि अपराध संख्या-0624 धारा 352/351(2)/115(2) दिनांक 15 नवंबर 2024 पर देशराज पुत्र रामभरोसे निवासी खाड़ाखेड़ा थाना टड़ियावां के नाम से मामला दर्ज है,एसआई वासु कुमार ने उसी अपराध संख्या पर राजन त्रिवेदी पुत्र छंगा निवासी भड़ायल थाना टड़ियावां का केस बताते हुए फर्ज़ी जांच रिपोर्ट लगा कर कानून के साथ खेला किया है। नीरज ने एसएचओ टड़ियावां और हल्का दरोगा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।