पीलीभीत: सिस्टम सख्त तो रिस्क पर काम...ये कहकर बढ़ा दिए चाइनीज मांझे के दाम

पीलीभीत: सिस्टम सख्त तो रिस्क पर काम...ये कहकर बढ़ा दिए चाइनीज मांझे के दाम

पीलीभीत, अमृत विचार। बसंत पंचमी को लेकर प्रतिबंधित चाइनीज मांझे की डिमांड के साथ ही दामों में भी उछाल है। एक तरफ पुलिस प्रशासन की ओर से धरपकड़ के नाम पर औपचारिकता निभाई जा रही है। सुनगढ़ी क्षेत्र को छोड़ अन्य कहीं पर भी कार्रवाई नहीं हो सकी है। इधर, धरपकड़ और निगरानी का शोर बढ़ने पर धंधेबाजों ने तीन गुना तक दाम बढ़ा दिए हैं। 120 रुपये में बिकने वाला प्रतिबंधित चाइनीज मांझा का पिंडा का दाम 350 से 400 रुपये तक वसूला जा रहा है। जिम्मेदार न तो कालाबाजारी रोक सके हैं, न ही बड़े धंधेबाजों पर शिकंजा कसा जा सका है।

तराई के जनपद पीलीभीत में बसंत पंचमी पर पूजा अर्चना के साथ ही पतंगबाजी का रिवाज है।  इस दिन हर वर्ग के लोग छतों पर पतंगबाजी करते नजर आते हैं। पूरा आसमान पतंगों से पटा रहता है। बीते कुछ सालों में पतंगबाजी में प्रतिबंधित चाइनीज मांझा का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। एक तरह से कहें तो पतंग उड़ाने के शौकीन मौत की इस डोर का इस्तेमाल करने में लगे हैं। जबकि प्रतिबंधित चाइनीज मांझा पक्षियों के साथ ही इंसानों के लिए भी खतरनाक साबित होता रहा है। कई राहगीर जनपद में चाइनीज मांझे की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। वहीं, कुछ समय पहले ही शाहजहांपुर जनपद में एक सिपाही की जान तक चली गई थी। अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने चाइनीज मांझे की धड़ल्ले से हो रही बिक्री के खिलाफ ज्ञापन भी दिया लेकिन कार्रवाई औपचारिकता में सिमटकर रह गई थी। अब बसंत पंचमी को लेकर बिक्री तेज हो गई। मगर कार्रवाई की सुस्त चाल को बढ़ाया नहीं जा सका है। शहर के कई इलाकों में धंधेबाजों ने बड़ा स्टॉक कर माल की बिक्री की। 

शौकीन बोले: 120 वाला पिंडा कर दिया 350 से 400 रुपये 
प्रतिबंधित चाइनीज मांझा की कालाबाजारी बढ़ गई है। पतंग उड़ाने के शौकीन युवकों की मानें तो सख्ती के नाम पर भले ठोस कार्रवाई न हो सकी हो। मगर, 120 रुपये में बिकने वाला चाइनीज मांझे का पिंडा पहले 200 -250 रुपये तक बेचा जाता रहा। इसके बाद शहरी क्षेत्र में कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई तो धंधेबाज घबराए लेकिन बिक्री चलती रही। अब आलम ये है कि छिपकर चल रही चाइनीज मांझे की बिक्री के दौरान एक पिंडा 350-400 रुपये तक बेचा जा रहा है। इसे लेकर सवाल किया जाए तो धंधेबाजों का एक ही जवाब है कि सख्ती बहुत है, रिस्क पर काम कर रहे हैं। इसलिए दाम बढ़ा दिए हैं। फिलहाल हादसे का सबब बन रहे प्रतिबंधित चाइनीज मांझे की बिक्री नहीं रुक सकी है।

कोतवाली क्षेत्र में कई धंघेबाज..सुनगढ़ी ने दो और किए गिरफ्तार
शहरी क्षेत्र की बात करें तो सुनगढ़ी और कोतवाली क्षेत्र में कई पतंग की दुकानें हैं। पतंग उड़ाने वाले शौकीनों की बात करें तो अधिकांश दुकानदार छिपकर घर या फिर अन्य स्थानों पर स्टॉक करके चाइनीज मांझा अधिक दाम पर बेच रहे हैं। मगर, कोतवाली पुलिस कोई गिरफ्तारी नहीं कर सकी है। सुनगढ़ी पुलिस ने जरूर इसे लेकर एक और कार्रवाई की है। एक दिन पहले ही 80 बंडल प्रतिबंधित चाइनीज मांझा बरामद करते हुए दो धंधेबाज गिरफ्तार किए थे। जो कि बरेली से चाइनीज मांझे की खेप लाकर धंधा कर रहे थे। इसके बाद अब सुनगढ़ी पुलिस के दरोगा राहुल शर्मा ने टीम के साथ दबिश देकर बल्लभ नगर कॉलोनी के निवासी  शिवम यादव और दीपक यादव को नौगवां चौराहा के पास से गिरफ्तार किया है। उनके पास से 41 बंडल प्रतिबंधित चाइनीज मांझा बरामद किया गया है। जिसका वजन करीब 21.36 किग्रा है। दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईअर दर्ज कर कार्रवाई की गई है।

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