पीलीभीत: सपा कार्यालय खाली कराने को मांगा फोर्स, प्रभारी ईओ ने लिखा पत्र

पीलीभीत, अमृत विचार। नकटादाना चौराहा पर स्थित नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी आवास को खाली कराने के लिए कई सालों से चल रही कवायद को एक बार फिर गति दी गई है। बता दें कि उक्त भवन में समाजवादी पार्टी का कार्यालय संचालित है। नगर पालिका के प्रभारी ईओ ने भवन खाली कराने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट को मजिस्ट्रेट नामित कर पुलिस बल उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।
बता दें कि समाजवादी पार्टी का नकटादाना चौराहा पर जिला कार्यालय बना हुआ है। जिस भवन में संचालित हो रहा है, वह नगर पालिका का ईओ आवास बताया जाता है। इसे 2005 में 15 साल के लिए समाजवादी पार्टी का कार्यालय बनाने के लिए आवंटित किया गया था। इसके बाद उसकी आगे मियाद नहीं बढ़ सकी है। पिछले तीन साल से इस भवन को खाली कराए जाने को लेकर कवायद चल रही है। एक बार फिर ये मामला गरमा गया है। नगर पालिका के प्रभारी ईओ /एसडीएम आशुतोष गुप्ता ने सिटी मजिस्ट्रेट को पत्र लिखा है। जिसमें कहा है कि 18 अक्टूबर 2024 को नकटादाना चौराहा स्थित अधिकारी अधिकारी आवास पर सपा कार्यालय से कब्जा हटाने के लिए जिलाध्यक्ष सपा को नियमानुसार नोटिस भेजे जाने की सूचना के साथ उक्त भवन खाली कराए जाने के लिए तिथि निर्धारित करते हुए पुलिस बल व प्रशासनिक अधिकारी नामित करने का अनुरोध किया गया था। इसी क्रम में 25 अक्टूबर 2024 को एसडीएम सदर पीलीभीत और सीओ सिटी को प्रकरण के संबंध में आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देश दिए गए थे। एसडीएम कार्यालय से मिले निर्देशों के क्रम में नजूल प्रभारी संतोष कुमार सक्सेना, नजूल सहप्रभारी सतेंद्र प्रकाश द्वारा 28 अक्टूबर 2024 को एसडीएम सदर पीलीभीत के कार्यालय में उपस्थित होकर पत्रावली का अवलोकन कराया गया था। इस मामले में अभी तक कार्यवाही न हासेने से नगर पालिका के हितों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए नगर पालिका ईओ आवास पर कब्जा लेने के लिए तिथि निर्धारित करते हुए आवश्यक पुलिस बल और मजिस्ट्रेट नामित करने का आग्रह किया गया है। प्रभारी ईओ के इस पत्राचार के बाद खलबली मच गई है।
पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश: जग्गा
सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा ने बताया कि हम लीगल तरीके से काबिज हैं। संबंधित मामला न्यायालय में विचाराधीन है। दिसंबर 2023 के बाद से कोई भी नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है। वर्तमान समय में पीडीए समाज सपा से जुड़ रहा है। जिससे सत्ताधारी भाजपा में बौखलाहट है। राजनीतिक दबाव में इस तरह से पार्टी की छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।
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