संभल हिंसा में शिक्षक को तलाशा रही पुलिस, कहा, शिक्षक के फरार होने से बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित
स्कूल के एक दर्जन बच्चों को लेकर कोतवाली पहुंचीं शिक्षिकाएं

संभल कोतवाली में शिक्षिकाओं व बच्चों को समझाते पुलिस कर्मी।
संभल, अमृत विचार। संभल हिंसा में शामिल होने को लेकर पुलिस ने निजी स्कूल के शिक्षक की तलाश शुरु की तो स्कूल की शिक्षिकाएं कुछ बच्चाें के साथ कोतवाली पहुंचीं। इन्होंने शिक्षक को बेकसूर बताते हुए उसे गिरफ्तार न करने की गुहार लगाई। कहा शिक्षक पुलिस के डर से स्कूल नहीं जा रहे तो बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। पुलिस ने शिक्षिकाओं व छात्रों को समझाकर वापस भेज दिया।
कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला देहली दरवाजा निवासी निजी मोहल्ला महमूद खां सराय में स्थित इंटर कालेज में पढ़ाने के साथ साथ दूसरे स्कूल के छात्र छात्राओं को ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षक को लेकर संभल हिंसा मामले की जांच कर रही पुलिस को शक है कि शिक्षक 24 नवंबर की हिंसा में शामिल था। शुक्रवार की शाम को पुलिस की टीम इस शिक्षक के घर पहुंची थी। टीम ने कहा था कि शिक्षक अगर बेकसूर है तो साक्ष्य लेकर शनिवार को कोतवाली में आ जायें।शिक्षक तो नहीं आया लेकिन खुद को शिक्षिका बताते हुए दो महिलाएं आधा दर्जन से अधिक छात्र छात्राओं को लेकर कोतवाली पहुंचीं। कहा कि संभल बवाल में नाम आने के बाद से शिक्षक गायब हैं। जिसकी वजह से छात्रों की पढ़ाई छूट रही है।
शिक्षिकाओं ने पुलिस से कहा कि शिक्षक बेकसूर हैं। आप चाहे तो इन छात्र-छात्राओं से पूछ लो। कहा कि संभल बवाल में नाम आने के बाद से शिक्षक छात्र छात्राओं को ट्यूशन नहीं पढ़ा पा रहे हैं। जबकि छात्र छात्राओं के एग्जाम सिर पर हैं। कोतवाली में मौजूद पुलिस कर्मियों ने शिक्षिकाओं व बच्चों की बात सुनी। कहा कि शिक्षक बेकसूर है तो फिर कोतवाली आने में डर कैसा। वह पुलिस के सामने आकर अपनी बात रखें। शिक्षक बेकसूर होगा तो पुलिस उस पर कार्रवाई नहीं करेगी। शिक्षिकाएं व छात्र-छात्राएं काफी देर तक कोतवाली में मौजूद रहकर अपनी बात कहते रहे। बाद में पुलिस कर्मियों ने उन्हें समझाकर वापस भेज दिया।
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