Kanpur में मनरेगा में गबन का मामला: बौसर ग्राम प्रधान भी घेरे में, जारी होगा नोटिस, इनके खिलाफ दर्ज हो चुकी है रिपोर्ट...
कानपुर, अमृत विचार। मनरेगा में श्रमिकों का मजदूरी का पैसा गबन करने के मामले में बौसर गांव के प्रधान भी कार्रवाई के घेरे में हैं। जिलाधिकारी द्वारा उनको नोटिस भेजकर इस मामले में जवाब तलब किया जाना है। वहीं डीपीआरओ ने गांव के दोनों सचिवों को नोटिस जारी कर दिया है, जबकि मनरेगा की ओर से तकनीकी सहायक से भी स्पष्टीकरण मांगा है। उनके जवाब आने के बाद विभागीय कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।
वर्ष 2019 से 2022 तक दो सचिवों हरिकृष्ण पाल व सुरेंद्र गौतम ने तकनीकी सहायक प्रदेश यादव के सहयोग से श्रमिकों की मनरेगा मजदूरी अपने करीबियों के खाते में पहुंचाई थी। यह मामला भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह की शिकायत के बाद अधिकारियों के सामने आया था। सीडीओ दीक्षा जैन द्वारा गठित जांच कमेटी में मामला सही पाया गया तो जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के निर्देश पर दोनों सचिवों और तकनीकी सहायक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
हालांकि अभी इन्हें निलंबित नहीं किया गया है। इससे पहले इनको विभागाध्यक्षों के माध्यम से नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने के साथ ही जवाब मांगा गया है। शिकायत में प्रधान समरजीत सिंह पर भी इस मामले में शामिल होने की बात कही गई थी। लिहाजा अब इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। डीपीआरओ मनोज कुमार ने बताया कि दोनों सचिवों के नोटिस के जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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