सपा के बागी विधायक मनोज पांडेय पर लगा जमीन हड़पने का आरोप, धरने पर बैठा दलित समाज, समर्थन में पहुंचीं जिला पंचायत अध्यक्ष, देखें वीडियो

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Published By Deepak Mishra
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रायबरेली, अमृत विचार। समाजवादी पार्टी (सपा) के बागी विधायक व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता डा. मनोज पांडेय पर जमीन कब्जाने का गंभीर आरोप लगाया गया है। पीड़ितों ने विकास भवन पहुंचकर धरना देकर बागी विधायक के साथ ही स्थानीय प्रशासन को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है।

इतना ही नहीं पीड़ितों के समर्थन में जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी भी उतर आई। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि यह सपा की सरकार नहीं है। भाजपा सरकार में गरीबों को सम्मान मिलता है। ऊंचाहार विधायक जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। इसकी शिकायत पीड़ितों ने प्रशासन के आला अफसरों तक से की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

उधर, विधायक डा. मनोज पांडेय ने घटना पर सफाई देते हुए जमीन कब्जाने के आरोपों को निराधार बताया है। मामला ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र के टांघन, चिलौली, जगतपुर का है। यहां के रहने वाले दर्जनों शिकायतकर्ताओं ने सोमवार को विकास भवन पहुंचकर राजनीतिक महकमें में खलबली मचाते हुए ऊंचाहार विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। 

बैनर में विधायक की तस्वीर लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे बैजनाथ, अमृतलाल, शोभा देवी, गेंदालाल, पवन ने बताया कि उनके कुछ हिस्से की जमीन पर ऊंचाहार विधायक द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है। इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की गई थी, लेकिन राजनीतिक पहुंच के चलते उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। न्याय मिलने के बाद ही धरना समाप्त किया जाएगा। 

उधर, समाजवादी पार्टी ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि, "भाजपा सरकार में जो पीडीए नहीं है वो कुछ भी नहीं कर सकता है, मुख्यमंत्री और आरएसएस ने खुला लाइसेंस दिया हुआ है। रायबरेली में सत्ता संरक्षित विधायक मनोज पांडे दलितों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, भाजपा की ही जिला पंचायत अध्यक्ष सच्चाई बता रही हैं। हक, अधिकार और जमीन सब छीन लेना चाहते हैं ये पापी।"

धरना प्रदर्शन राजनीतिक षड़यंत्र : मनोज

विकास भवन में धरने पर बैठे ग्रामीणों के आरोपों के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई। बचाव में सपा बागी विधायक मनोज पांडे ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए बताया कि उन्होंने आज तक कोई जमीन कब्जा नहीं किया है। मैंने अपने पूरे जीवन में पहली बार 88 लाख रुपये की जमीन का क्रय किया है। मेरे ऊपर जो भी आरोप लगे हैं वह निराधार है। उनके खिलाफ राजनीतिक षडयंत्र रचा गया है। मैंने रायबरेली जिलाधिकारी से पूरे मामले की जांच कराने को कहा है।

 

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