कानपुर में मासूम की मौत पर भड़के परिजन, हॉस्पिटल में जमकर हंगामा: एसीएमओ ने जांच का दिया आश्वासन...पोस्टमार्टम से इंकार
कानपुर, अमृत विचार। कल्याणपुर थानाक्षेत्र में मासूम की मौत पर परिजन भड़क उठे। इस दौरान हॉस्पिटल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर हंगामा काटा। सूचना पर पहुंची पुलिस और स्वास्थ्य विभाग से एसीएमओ ने पहुंचकर जांच शुरू की। किसी तरह पुलिस ने परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर समझाबुझाकर शांत कराया। परिजनों ने आरोपियों पर कार्रवाई के लिए थाने में तहरीर दे दी है।
जिला फर्रुखाबाद के कुदुलपुर गांव निवासी मनोज खेती किसानी करते हैं। परिवार में बहन निशा और बहनोई अनूप आर्मी में तैनात है। मनोज ने पुलिस को बताया कि बहन निशा को चार माह पूर्व बेटा हुआ था। रविवार सुबह बेटे आदी को तेज बुखार था। जिस पर निशा फर्रुखाबाद स्थित एक क्लीनिक में आदी को दिखाने पहुंची। जहां मौजूद डॉक्टर ने आदी को लखनऊ के लिए रेफर कर दिया।
केजीएमयू पहुंचने के बाद वहां मौजूद एंबुलेंस चालक ने कानपुर के कल्याणपुर स्थित बेबी केयर हॉस्पिटल में अच्छा इलाज कराने का झांसा देकर परिजनों को रात करीब 12 बजे ले आया। जिसके बाद मासूम आदी को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर बच्चे को देख रहे थे। इसके बाद हॉस्पिटल प्रबंधन ने तुरंत एक लाख रुपये जमा करा लिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि सोमवार सुबह करीब दस बजे हॉस्पिटल संचालक ने जानकारी दी कि आदी की उपचार के दौरान मौत हो गई है।
जिस पर परिजन भड़क गए और हंगामा काटना शुरू कर दिया। परिजन गलत उपचार का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल संचालक से भिड़ गए। इसके बाद डायल 112 को सूचना कर दी गई। सूचना मिलते ही कल्याणपुर थाने का फोर्स मौके पर पहुंचा और लोगों को शांत कराना शुरू किया। हॉस्पिटल संचालक ने पुलिस को बताया कि जब बच्चे को यहां लाया गया था तो बच्चे की मौत हो चुकी थी।
इस पर परिजन आक्रोशित हो उठे। उनका साफ कहना था कि अगर बच्चे की मौत हो गई थी तो उसे भर्ती क्यों किया और पैसा किस बात का जमा कराया गया। इस संबंध में कल्याणपुर इंस्पेक्टर सुधीर कुमार के अनुसार परिजनों द्वारा गलत उपचार का आरोप लगाते हुए तहरीर दी गई है, जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
आखिर कैसे हुआ हॉस्पिटल का पंजीकरण
कल्याणपुर में कई मानक विहीन हॉस्पिटल की भरमार है। हॉस्पिटल में आए दिन लापरवाही से कई मौतें हो चुकी हैं। लोगों का आरोप है, कि स्वास्थ्य विभाग सांठगांठ के कारण इन हॉस्पिटलों पर करवाई नहीं करता है। कल्याणपुर में से पचास फीसदी हॉस्पिटल बिना पंजीकरण के धड़ल्ले से चल रहे हैं।
एसीएमओ ने की जांच दिलाया शव
मासूम की मौत के बाद सूचना पर एसीएमओ रमित रस्तोगी हॉस्पिटल पहुंच गए। परिजनों से बातचीत की उनकी शिकायत के बाद टीम ने हॉस्पिटल संचालक को फटकार लगाते हुए मासूम के शव को परिजनों के सुपुर्द कराया।
वहीं, परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से साफ इंकार करते हुए शव को लेकर रवाना हो गए। एसीएमओ का कहना था कि शिकायत के बाद टीम जांच करने पहुंची थी। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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