मुरादाबाद : कांठ रोड पर कांवड़ियों की धूम, सभी ओर हर हर महादेव की गूंज...गंतव्य की ओर बढ़ रहे कांवड़ियों के जत्थे

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Published By Bhawna
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रामपुर, बरेली के अलावा मुरादाबाद, बिलारी, कुंदरकी के कांवड़िये कांठ रोड से होकर हरिद्वार से लौट रहे

महानगर के शिवालयों में जलाभिषेक के लिए नगर निगम व प्रशासन ने दिया तैयारियों को अंतिम रूप

मुरादाबाद, अमृत विचार। महाशिवरात्रि के दिन बुधवार को शिवालयों में आस्था के जल से भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया जाएगा। हरिद्वार से गंगाजल भरकर लौटने वाले कांवड़ियों की संख्या बढ़ गई है। कांठ रोड पर कांवड़ियों का जत्था हर हर महादेव, बोल बम का जयघोष करते हुए अपने गंतव्य को बढ़ रहे हैं। सोमवार को कांठ रोड से होकर बरेली, कुंदरकी, बिलारी जाने वाले कांवडियों की संख्या अधिक रही।

26 फरवरी बुधवार को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। इस दिन आस्था के जल से शिवभक्त भोलेनाथ का अभिषेक करेंगे। बेलपत्र, भांग, धतूरा, फूल, चंदन आदि शिवलिंग पर अर्पित कर भोले के भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना करेंगे। महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक के लिए हरिद्वार से गंगाजल भरकर कांवड़ियों का जत्था तेजी से लौट रहा है। सोमवार को हरिद्वार से लौटने वाले कांवड़ियों की संख्या कांठ रोड पर अधिक रही। जिसमें से कुछ स्थानीय तो कई बिलारी, कुंदरकी व कुछ रामपुर बरेली के जाने वाले कांवड़िये रहे। कांवड़ियों की सेवा के लिए कांठ रोड पर शिविर लगाकर लोगों ने उन्हें भोजन व अल्पाहार कराया। शिविर में शिवभक्तों ने आराम भी किया। इसके बाद फिर बोल बम, हर हर महादेव का जयघोष करते हुए आगे बढ़ गए।

महानगर के 84 घंटा मंदिर, नया मुरादाबाद के महाकालेश्वर धाम मंदिर, आशियाना फेज दो स्थित ढाप वाले मंदिर सहित अन्य मंदिरों पर महाशिवरात्रि के दिन भक्तों की भीड़ जलाभिषेक व पूजा अर्चना के लिए जुटेगी। सुबह से जलाभिषेक का क्रम शुरू हो जाएगा। इसको देखते हुए जिलाधिकारी अनुज सिंह ने कानून व्यवस्था बनाने के लिए मजिस्ट्रेटों को भी जिम्मेदारी सौंप दी है। अपर जिलाधिकारी नगर के अलावा सिटी मजिस्ट्रेट, अपर नगर मजिस्ट्रेट आदि व्यवस्था की निगरानी करेंगे वहीं उप जिलाधिकारी सदर व तहसीलदार अपने तहसील क्षेत्र में शिवालयों व अन्य मंदिरों पर व्यवस्था संभालेंगे। पुलिस अधिकारी भी कानून व सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही यातायात व्यवस्था भी संभालेंगे।

भक्तों को विशेष आशीर्वाद देते हैं शिव
ज्योतिषाचार्य पंडित केदार मुरारी ने बताया कि महाशिवरात्रि का त्योहार, भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इसे शिव और शक्ति के मिलन की रात भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव अपने भक्तों को विशेष आशीर्वाद देते हैं। महाशिवरात्रि का त्योहार, फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है।

शुभ समय

  • ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 5 बजकर 9 मिनट से 5 बजकर 59 मिनट तक
  • गोधूलि मुहूर्त- शाम 6 बजकर 16 मिनट से शाम 6 बजकर 42 मिनट तक
  • निशित कालमुहूर्त-रात्रि 12 बजकर 9 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट तक

ऐसे करें विशेष पूजा

  • सुख संपत्ति प्राप्ति के लिए दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें
  • संतान प्राप्ति के लिए अनार के रस से अभिषेक करें
  • कल्याण के लिए पंचामृत से स्नान कराएं
  • रोग दूर करने के लिए सरसों का तेल चढाएं
  • तिल युक्त गंगाजल चढ़ाने से व्यापार में वृद्धि होती है
  • कुंवारी कन्याएं पार्वती जी को श्रृंगार सामग्री चढ़ाकर वर प्राप्ति के लिए कामना करें
  • महादेव को बेल पत्र, आक के फूल, धतूरा, कमल का फूल, भांग के पत्ते, गुलाब जल,केवड़ा, इत्र भी बहुत प्रिय है।

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