माल छाने रहो, इमारत ताने रहो; कानपुर के दक्षिण में धड़ल्ले से बहुमंजिला भवनों का निर्माण, अब प्रवर्तन तलब...

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
On

सचिव ने विशेष कार्याधिकारी प्रवर्तन को अंतिम चेतावनी जारी की

कानपुर, अमृत विचार। शहर के दक्षिण क्षेत्र में धड़ल्ले से जारी अवैध निर्माणों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। जनता केडीए में शिकायतें कर रही है कि बिना नक्शा पास कराए या जरूरी अनुमति लिए अपार्टमेंट और व्यावसायिक निर्माण चल रहे हैं। छोटे-छोटे प्लाटों पर बहुमंजिले भवन खड़े किए जा रहे हैं। लेकिन उपाध्यक्ष के अवैध निर्माण वाले परिसरों की सूची देकर स्थलीय परीक्षण की रिपोर्ट मांगने पर भी जोन-3 प्रवर्तन दस्ता खामोश है और रिपोर्ट देने से कतरा रहा है। 

इस हाल में केडीए सचिव अभय कुमार पांडेय को विशेष कार्याधिकारी प्रवर्तन जोन 3 को अंतिम चेतावनी जारी करके तलब करना पड़ा है। सचिव ने अवैध निर्माण प्रकरण में कई पत्र दिए थे, किंतु प्रवर्तन से जुड़े अधिकारियों ने कोई जवाब नहीं लगाया है। 

जोन 3 में दक्षिण क्षेत्र के साकेत नगर, गोविंद नगर, जूही, बर्रा व अन्य क्षेत्र आते हैं। यहां मानक के विपरीत भवनों का निर्माण जारी है। बिना नक्शा पास कराए धड़ल्ले से पांच मंजिला अपार्टमेंट बन रहे हैं। छोटे-छोटे प्लाटों पर बहुमंजिला भवन बनाए जा रहे हैं। केडीए में इस तरह के निर्माणों की बड़ी संख्या में शिकायतें की जा चुकी हैं। 

पिछले दिनों तमाम शिकायतें उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल के पास तक पहुंची थीं। इनका संज्ञान लेते हुए उपाध्यक्ष ने माह की शुरूआत में आदेश जारी करके जोन-3 में अवैध निर्माण वाले परिसरों का स्थलीय सत्यापन करके जांच आख्या मांगी थी। जोन 3  के विशेष कार्याधिकारी प्रवर्तन अजय कुमार को शिकायतों वाले परिसरों की जानकारी दी गई थी। लेकिन महीना बीतने वाला है, उपाध्यक्ष को कोई जानकारी नहीं दी गई है। 

इस लापरवाही को असंतोषजनक प्रणाली मानते हुए सचिव अभय कुमार पांडेय ने जोन के विशेष कार्याधिकारी प्रवर्तन को अंतिम चेतावनी जारी करते हुए निर्देशित किया है कि अवैध निर्माण वाले परिसरों के संबंध में जल्द आख्या दी जाए, वर्ना प्रकरण उपाध्यक्ष को अग्रिम कार्रवाई के लिए अग्रसारित कर दिया जाएगा।

इन क्षेत्रों में अवैध निर्माण पर प्रवर्तन बैठा आंखें मूंदे 

साकेत नगर, किदवई नगर, बर्रा, रतनलाल नगर, जूही आदि इलाकों में पिछले कुछ समय से लगातार अवैध निर्माण हो रहे हैं।

ये भी पढ़ें- गृह मंत्रालय में तैनात सॉफ्टवेयर डेवलेपर की Kanpur में हादसे में मौत; ऑफिस के आठ कर्मियों के साथ जा रहे थे Mahakumbh 

संबंधित समाचार