हरदोई: नहीं रही पांच साल की तान्या, पांच दिन से पूरा गांव कर रहा था तलाश

हरदोई, अमृत विचार। तान्या की सही-सलामत वापसी की राह देख रहा हर कोई उस वक्त सहम गया जब उसके कानों से तान्या का शव बीच गांव के तालाब में पड़ा हुआ है, की आवाज टकराई। 5 साल की तान्या खेलते-खेलते पांच दिन पहले कहीं गायब हो गई थी। एसपी नीरज कुमार जादौन ने उसकी सही-सलामत वापसी के लिए गाइडलाइन जारी की, उसकी तलाश के लिए पुलिस की चार टीमें लगाई गई, साथ ही डाग स्क्वायड की मदद ली गई, लेकिन तान्या का पता नहीं चल सका।
गुरुवार की शाम को तान्या का शव तालाब में पड़ा हुआ देखा गया, इसकी जानकारी होते ही सीओ शाहाबाद अनुज कुमार मिश्रा पुलिस टीम के साथ गांव पहुंचे, शव को कब्जे में लिया, साथ ही कहा है कि जल्द ही सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। बताते चलें कि पचदेवरा थाने के अनंगपुर निवासी भानु सिंह की 5 साल की बेटी तान्या सिंह शनिवार को घर के बाहर खेलते-खेलते अचानक कहीं गायब हो गई थी। पहले तो घर वालों ने कोई खास ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब वह काफी देर तक घर नहीं पहुंची, तो उसकी तलाश शुरू हुई। उधर बच्ची के इस तरह से गायब होने की खबर सुनते ही वहां पहुंचे एसपी नीरज कुमार जादौन बच्ची के पिता भानु सिंह के अलावा उनके घर वालों और आस-पड़ोसियों से पूछताछ की। एसपी ने खुद चलकर पड़ताल की, इलाकाई पुलिस को साफ निर्देश दिए कि बच्ची की तलाश के लिए पुलिस टीमें लगाई जाएं। तान्या के ही घर वाले नहीं बल्कि हर कोई उसकी सही-सलामत वापसी की राह देख रहा था, उसी बीच गुरुवार की शाम को पूरे अनंगपुर में इस बात पर कोहराम मच गया कि बीच गांव स्थित छोटे तालाब में उसका शव पड़ा हुआ है। इतना सुनते ही अनहोनी से डरे हुए उसके घर वाले चीखते-चिल्लाते हुए दौड़ पड़े।
एसएचओ पचदेवरा अब्दुल जब्बार खां पूरी टीम के साथ वहां पहुंचे, उधर सीओ शाहाबाद अनुज कुमार मिश्रा भी अनंगपुर पहुंचे, उन्होंने ज़रूरी पूछताछ करते हुए मौत से जुड़े हर पहलू की पड़ताल की, सीओ शाहाबाद ने कहा है कि जल्द ही सारी सच्चाई का पता लगा लिया जाएगा।
हत्या की बात कहता घूम रहा है हर कोई
अनंगपुर ही नहीं बल्कि आस-पड़ोस के गांव वाले मान रहे हैं कि तान्या की हत्या की गई, कुछ का कहना है कि शनिवार को गायब हुई उस बच्ची को पहले तो कहीं बंधक बना कर रखा गया, उसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया, उनका कहना है कि 5 साल की तान्या का शव वहीं पर पड़ा हुआ देखा गया, जहां से चार-चार पुलिस की टीमें और डाग स्क्वायड आते-जाते रहे, उनका सवाल है कि तालाब में डूबी होती तो शव पहले दिखाई पड़ सकता था, गुरुवार को छठे दिन क्यों दिखाई दिया?
चीख मार कर रो पड़ा अनंगपुर का हर आंगन
नटखट चुलबुली तान्या अपनों की ही नहीं बल्कि दूसरों की भी चहेती थी, मीठी-मीठी शरारत करने का ढंग उसका ऐसा था कि रोता हुआ भी हंस देता था। गुरुवार की शाम को घड़ी की सुइयों ने जैसे ही 4 बजाया, उसी बीच पूरे अनंगपुर गांव के हर आंगन से चीखने की आवाज निकल पड़ी, जो जिस हाल में था, वैसे ही दौड़ पड़ा। वहां के लोगों की मांग है कि गुनाहगार को सख्त से सख्त सजा दी जाए।