राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में पेश हुआ 5 साल का लेखाजोखा, 272 करोड़ रुपये GST सरकार को भुगतान 

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Published By Vishal Singh
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अयोध्या। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 272 करोड़ रुपये जीएसटी के रूप में सरकार को भुगतान किया है, जबकि सात करोड़ चालिस लाख रुपये लेबर फंड के तौर श्रमिकों के लिये भुगतान किया गया है। श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास की अध्यक्षता में यह बैठक आज सम्पन्न हुई, जिसमें इस मौके पर चार सदस्य विशेष आमंत्रित के तौर पर और चार सदस्य वर्चुअल के तौर पर बैठक में शामिल हुए। 

पदेन सदस्य जिलाधिकारी अवकाश रहने के कारण कार्यवाहक जिलाधिकारी बैठक में शामिल हुए हैं। ट्रस्ट के दो सदस्य अनुपस्थित रहे। व्यवस्तता के कारण राज्य सरकार के पदेन सदस्य भी नहीं शामिल हुए। ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल के निधन से उनका स्थान रिक्त हुआ है। सदस्य कामेश्वर चौपाल और पुजारी सत्येंद्र दास को इस बैठक में सभी सदस्यों ने श्रद्धांजलि दी। बैठक में बताया गया कि पांच फरवरी 2020 को ट्रस्ट का गठन हुआ था। 

पांच वर्षों में ट्रस्ट के एकाउंट से सरकार की विभिन्न एजेंसियों में 396 करोड़ का भुगतान है। अकेले जीएसटी 272 करोड़ रुपये सरकार को भुगतान किया गया है। ट्रस्ट के अनुसार 39 करोड़ रुपये गर्वमेंट के एकाउंट में जमा किया गया। रायल्टी के 14 करोड़ 90 लाख रुपये खर्च हुए हैं। 07 करोड़ 40 लाख रुपये लेबर फंड के तौर पर भुगतान किया गया है। इंश्योरेंस पॉलिसी में चार करोड़ रुपये भुगतान किया गया है। अयोध्या विकास प्राधिकरण को जन्मभूमि के नक्शे के लिए पांच करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। 

ट्रस्ट के मुताबिक अयोध्या में खरीदी गयी जमीन रजिस्टे्रशन फीस रिवेन्यू टैक्स के तौर पर 29 करोड़ रुपये भुगतान किया गया। दस करोड़़ का बिजली बिल भुगतान किया है। चौदह करोड़ नब्बे लाख रुपये रॉयल्टी के तौर पर भुगतान किया गया है। ट्रस्टी ने बताया कि पांच वर्षों में 2150 करोड़ रुपये कुल खर्च किया गया है। सरकार को 18 परसेंट टैक्स भुगतान किया गया है। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से दिया गया है। 

उन्होंने बताया कि दो सौ करोड़ रुपये का काम, रामकथा संग्रहालय सभागार ट्रस्ट ऑफिस विश्राम स्थल का निर्माण सत्तर एकड़ में तीन द्वार का निर्माण करेगा। उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम पांच वर्षों में समर्पित की गयी रामभक्तों के द्वारा चांदी भारत सरकार के संस्थापक को 944 किलो सौंपी गयी है। चांदी की शुद्धता लगभग 92 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि शुद्ध चांदी को बीस-बीस किलो की ईंट बनकर आ गयी है जो दो वर्षों की मेहनत के बाद तैयार हुई है। 

मंदिर निर्माण को लेकर के भी बैठक में दी गई है जानकारी के अनुसार जून तक तैयार हो जाएगा रामलला का मंदिर,परकोटा निर्माण का कार्य लगभग चलेगा अक्टूबर तक,शबरी निषाद और ऋषियों के सप्त मंदिर मई माह में हो जाएंगे पूरे, शेषा अवतार मंदिर का निर्माण अगस्त में होगा पूरा,मंदिर निर्माण का कार्य 96 प्रतिशत हुआ है पूरा,संत तुलसीदास जी की प्रतिमा अपने स्थान पर हो गई है स्थापित, रामनवमी को तुलसीदास के प्रतिमा का कर दिया जाएगा अनावरण, जनता के दर्शन के लिए होंगे उपलब्ध, 30 अप्रैल तक राम मंदिर में बनाए जाने वाले सभी मंदिर की मूर्तियां अपने स्थान पर हो जाएगी स्थापित, राम मंदिर में यात्रियों की सुविधा के लिए बनाया जाएगा गेस्ट हाउस, यात्रियों के सहयोग से नॉमिनल खर्च देकर के यात्री ले सकते हैं इसका लाभ, 29 मार्च से रामनवमी के उपलक्ष में अंगद टिला पर होगी अतुल कृष्ण भारद्वाज की राम कथा, राम जन्म भूमि में भगवान के फूल बंगला भोग और आरती करवा सकेंगे। 

रामनवमी पर बाल्मीकि रामायण का पारायण, रामचरितमानस का पारायण, ठाकुर रामायण का पाठ होगा। दुर्गा सप्तशती का एक लाख मत्रों की दी जाएगी आहुति, रामनवमी पर दोपहर 12.00 बजे सूर्य की किरण रामलला के ललाट को करेगी प्रकाशित, लगभग 4 मिनट तक भगवान सूर्य करेंगे रामलला के मस्तक का अभिषेक, दूरदर्शन 50 से ज्यादा स्थलों पर आम जनता के लिए सूर्य के तिलक का करेगी सीधा प्रसारण, नगर में लगाया जाएगा एलसीडी, लार्सन टुब्रो को मंदिर निर्माण के लिए 1200 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। उन्होंने अंत में बताया कि आचार्य सत्येंद्र दास के बाद अब कोई रामलला का मुख्य पुजारी नहीं होगा। 

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