Moradabad : 'ईश्वर में आस्था व धैर्य रखने से समाप्त हो जाती है चिंता'

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
On

दो दिवसीय श्री हनुमान महोत्सव भंडारे का हुआ आयोजन, अर्द्धमौनी ने कहा-जप, तप, भजन और सुमिरन से प्रसन्न होते हैं बालाजी

आयोजन में मौजूद नगर विधायक रितेश गुप्ता, भाजपा महानगर अध्यक्ष गिरीश भंडूला, आचार्य धीरशांत दास अर्द्धमौनी व अन्य

मुरादाबाद, अमृत विचार। हनुमान मूर्ति रामपुर रोड स्थित देहरी गांव में आयोजित दो दिवसीय श्री हनुमान महोत्सव व भंडारे का आयोजन किया गया। इसका नगर विधायक रितेश गुप्ता, भाजपा महानगर अध्यक्ष गिरीश भंडूला और कथा व्यास धीरशान्त दास अर्द्धमौनी ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। 

आचार्य धीरशान्त दास ने बताया कि हनुमान जी ने कहा कि हमें सबसे पहले हरि भजन, नामजप और ठाकुर जी की सेवा में निपुण हो जाना चाहिए। नहीं तो संकटों में फस जाएंगे। जप, तप, भजन और सुमिरन से बालाजी प्रसन्न होते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में हमें क्या करना है यह रामायण सिखाती है। जीवन में क्या नहीं करना है, यह महाभारत सिखाती है और जीवन को हमें कैसे जीना है यह श्रीमद्भागवत गीता सिखाती है।

कथा व्यास ने कहा कि जीवन में परेशानी चाहे कितनी भी बड़ी हो। चिंता करने से और बढ़ जाती है। ईश्वर में आस्था और धैर्य रखने से चिंता समाप्त हो जाती है। जैसे बीज खेत में बोये बिना फल नहीं दे सकता, उसी प्रकार प्रारब्ध भी पुरुषार्थ के बिना नहीं सिद्ध होता, पुरुषार्थ खेत है और दैव बीज है। खेत और बीज के संयोग से ही अनाज पैदा होता है। उन्होंने कहा कि  इंसान घर बदलता है, वस्त्र और संबंध बदलता है, फिर भी वह दुखी रहता है। क्योंकि वह अपना स्वभाव नहीं बदलता। 

राम को अहंकार का ज्ञान था ओर रावण को ज्ञान का अहंकार था। जीवन में ऐसे कई लोग होते हैं, जिन्हें आप समय के साथ भूल जाते हैं। लेकिन ऐसे कुछ ही लोग होते हैं, जिनके साथ आप समय भूल जाते हैं, उनको कभी न छोड़ें। जीवन में केवल दो ही वास्तविक धन है। समय ओर सांसें दोनों ही निश्चित और सीमित है। जिस प्रकार वृक्ष की जड़ में दिया गया पानी प्रत्येक पत्तियों तक पहुंचता है। ठीक उसी प्रकार मनुष्य द्वारा की गयी सेवा और कर्म उस परमात्मा तक पहुंचते हैं। आयोजन में शिवचरन प्रजापति, गोविन्द राम, भारत सिंह, राहुल ठाकुर, मोनू ठाकुर, नवनीत सिंह चौहान, हरपाल सिंह, ठाकुर भानु सिंह, सुधीर रस्तोगी, शिवम कुमार शर्मा, डा. वीरेंद्र कुमार, राजवीर सिंह प्रजापति, सुनील कुमार सैनी आदि शामली रहे।

ये भी पढे़ं : Moradabad : जिले में कम होने की बजाय साल दर साल बढ़ रहे क्षय रोगी, जानिए लक्षण

 

संबंधित समाचार