बदायूं: गांव में होने वाला था कच्ची उम्र के किशोरों की विवाह...चाइल्ड लाइन टीम ने पहुंचकर रुकवाया

बदायूं: गांव में होने वाला था कच्ची उम्र के किशोरों की विवाह...चाइल्ड लाइन टीम ने पहुंचकर रुकवाया

बदायूं, अमृत विचार। जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी बाल विवाह के प्रयास की घटनाएं नहीं रुक रही हैं। चाइल्ड हेल्पलाइन व एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम ने दो किशोरों को बाल विवाह से बचाया। उनके परिजनों को चेतावनी दी कि अगर निर्धारित उम्र से पहले शादी की तो कार्रवाई की जाएगी। 

चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर 1098 पर सूचना मिली की थाना उसहैत क्षेत्र के एक गांव में दो किशोरों की शादी कराई जा रही है। विवाह 11 मई को प्रस्तावित थे। सूचना मिलने पर चाइल्ड हेल्पलाइन परियोजना समन्वयक कमल शर्मा ने जिला प्रोबेशन अधिकारी, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट व बाल कल्याण समिति को सूचना दी। एसएसपी और जिला प्रोबेशन अधिकारी के निर्देश पर चाइल्ड हेल्पलाइन काउंसलर मुन्तजिम, केस वर्कर दुर्वेश चंद्र, उपनिरीक्षक उपदेश कुमार, अर्जुमन, सिपाही कुलदीप मिश्रा, उदयपाल, रिनू गांव पहुंचे। दोनों किशोरों व उसके परिवार से मिले। किशोरों के आयु के साक्ष्य मांगे। 

जिसमें दोनों किशोरों की आयु साक्ष्यों के अनुसार कम थी। टीम ने किशोरों के पिता को बाल विवाह के दुष्परिणाम और बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के बारे में बताया कि अगर लड़की की शादी 18 वर्ष और लड़के की शादी 21 वर्ष से पहले करते है तो उन पर कानूनी कार्यवाही होगी। किशोरों के परिजनों ने बताया कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी। 

किशोरों  के पिता ने प्रभारी निरीक्षक की उपस्थित में शपथ पत्र दिया कि वह निर्धारित उम्र में ही उनकी शादी करेंगे। अगर ऐसा न करें तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। टीम ने किशोरों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। पिछले सप्ताह भी टीम ने बाल विवाह रोका था। समन्वयक कमल शर्मा ने बताया कि वर्तमान वर्ष में अब तक एक दर्जन से अधिक बाल विवाहों को रोक जा चुका है। जिले में इतने ज्यादा बाल विवाह होना चिंता का विषय है।