उरी: 17 स्थान, 20 बम... निष्क्रिय करने के बाद पुलिस ने 6 गांवों के लोगों को घर लौटने की दी अनुमति
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बारामूला जिले के उरी सेक्टर के छह सीमावर्ती गांवों के निवासियों को हाल ही में सीमा पार से हुई गोलाबारी के बाद बिना फटे गोले के सफलता पूवर्क निष्क्रिय करने के बाद सोमवार को अपने घरों को लौटने की अनुमति दी। पुलिस ने कहा कि उन्हें जिले में 17 स्थानों पर कम से कम 20 बिना फटे गोले मिलने की रिपोर्ट मिली थी।
पुलिस ने बताया कि उरी सेक्टर के छह गांवों कमलकोट, मधान, गौहलान, सलामाबाद (बिजहामा), गंगरहिल और गवाल्टा में सात बिना फटे गोले पाए गए और उन्हें सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया गया। जिला प्रशासन ने अभियान के बाद इन छह गांवों से अन्यत्र भेजे गए लोगों को घर लौटने की हरी झंडी दे दी।
उन्होंने कहा कि इन गांवों में अभी भी अन्य बिना फटे गोले हो सकते हैं, जिनकी सूचना सुरक्षा बलों को नहीं दी गई है या वे उनके ध्यान में नहीं आए हैं। पुलिस ने कहा, “ये बिना फटे गोले जान-माल के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं। सभी नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए सभी को अनिवार्य सावधानियों का पालन करने की सलाह दी जाती है।''
पुलिस ने निवासियों को विस्फोटक शेल या उपकरण जैसी किसी भी संदिग्ध वस्तु के पास न जाने, उसे न छूने, न छेड़छाड़ करने या फिर उसे हिलाने का प्रयास नहीं करने की सलाह दी। उन्होंने निवासियों से ऐसी किसी भी वस्तु या संदिग्ध वस्तु की जानकारी तुरंत पुलिस को देने या निकटतम सुरक्षा बल कर्मियों को सूचित करने के लिए भी कहा।
उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि ऐसे किसी भी क्षेत्र के आसपास जाने से सख्ती से बचने को भी कहा गया है जहां ऐसी वस्तुएं देखी या रिपोर्ट की गई हों। पुलिस ने कहा, “आपकी सुरक्षा के लिए ऐसे क्षेत्रों में अनधिकृत पहुँच निषिद्ध है।” उन्होंने कहा कि बिना फटे गोले अस्थिर और अत्यधिक खतरनाक हो सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रविवार को जब भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों के लोग अपने घरों की ओर बढ़ने लगे तो उन्हें सलाह जारी कर उन्हें गांवों में वापस न लौटने के लिए कहा क्योंकि हाल ही में हुई गोलाबारी के कारण वहाँ खतरनाक या बिना फटे बम गोले हो सकते हैं।
