किरायदार ने नाबालिक से पहले किया दुष्कर्म, फिर देह व्यापार में धकेला, जानें पूरा मामला
लखनऊ, अमृत विचार: गुडंबा इलाके की एक महिला की नाबालिग बेटी के साथ किराएदार ने दुष्कर्म कर देह व्यापार में धकेल दिया। किशोरी को नशीली दवाएं दी जाती थीं, उसे अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल भी किया गया। किशोरी के बीमार होने पर मां को उसके साथ हो रहे घिनौने कृत्य की जानकारी हुई। वन स्टॉप सेंटर की प्रशासिका अर्चना सिंह ने टीम भेजकर किशोरी चंगुल से छुड़कर थाने पहुंचाया। किशोरी की मां की तहरीर पर दंपति समेत चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने चार आरोपियों असलम, नैंसी रावत, रहनुमा और साबान को गिरफ्तार कर लिया है।
गुडंबा इलाके की महिला ने बताया कि बीमारी के चलते घर पर ही रहती है। मकान के कमरे किराए पर उठाकर खर्च चलाती है। उसने बताया कि 12 वर्षीया बेटी की दोस्त बड़ी बहन रहनुमा के साथ घर आई थी। रहनुमा ने खुद को गर्भवती बताकर महिला की बेटी को बेटी को देखभाल के लिए साथ रखने की बात कही थी। इसके एवज में 3000 रुपये महीने देने का वादा किया था। वह बेटी को अपने साथ ले गई। आरोप है कि रहनुमा ने महिला की बेटी अनैतिक व्यापार में धकेल दिया। उसे और अपनी बहन को लोगों के साथ भेजना शुरू कर दिया।
महिला के अनुसार रहनुमा की दोस्त नैंसी और असलम कुछ माह पहले उसके घर आए। दोनों ने किराए पर घर का एक हिस्सा ले लिया। कुछ दिनों बाद असलम रहनुमा के घर से महिला की बेटी को ले आया। असलम ने बेटी का शारीरिक शोषण शुरू कर दिया। पत्नी के बाहर जाने पर कई बार बेटी से दुष्कर्म किया।
पीड़िता की बेटी ने बताया कि उसे नशीली दवाएं देकर अनैतिक देह व्यापार कराया जाता था। नैंसी और असलम भी नशीली दवाएं देते थे। विरोध करने पर आरोपितों ने अश्लील वीडियो और फोटो वायरल कर करने की धमकी दी। महिला की तहरीर पर गुडंबा पुलिस ने दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर गुडंबा प्रभातेश श्रीवास्तव ने बताया कि चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
बीमार हुई तो खुला राज
वन स्टॉप सेंटर की प्रशासिका अर्चना सिंह के मुताबिक किशोरी की मां को कम दिखाई देता है। किशोरी इस बीच एक दिन बीमार पड़ गई। तो उसे इस कृत्य की जानकारी हुई। उसने कुछ समाजसेवी की मदद से वन स्टॉप सेंटर पहुंचकर मदद मांगी। केंद्र में कागजी कार्रवाई के बाद किशोरी और उसकी मां को लेकर गुडंबा थाने वन स्टॉप सेंटर की टीम गई। साथ ही बाल कल्याण समिति को भी पत्र भेजकर मामले की जानकारी दी।
