कानपुर : कभी जर्जर विद्यालयों में था स्कूल का नाम, लगी स्मार्ट कक्षा 

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Published By Vinay Shukla
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आर्य नगर इंटर कॉलेज में अब स्मार्ट क्लास से बच्चे पढ़ाई कर सकेंगे, शिक्षकों ने अपने प्रयास से विद्यालय में किया सुधार, वेतन भी लगाया

Children will study in smart class:   जर्जर स्कूलों में कभी शुमार पं. शिव गोविंद मिश्र आर्य नगर इंटर कॉलेज में अब बच्चे स्मार्ट क्लास में पढ़ाई करेंगे। स्कूल में शिक्षकों के सहयोग से अब नई सुविधा जुड़ गई है। खास बात यह है कि स्कूल का कायाकल्प सिर्फ 4 सालों में हुआ है। इस कायाकल्प में स्कूल के शिक्षकों ने 4 सालों में सहयोग के साथ ही अपने वेतन तक का इस्तेमाल किया है। 

स्कूल में नई शुरू हुई स्मार्ट क्लास आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र उद्यमी रवींद्र नाथ त्रिपाठी ने दी है। स्मार्ट कक्षा के शुरु होने के दौरान संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी व विद्यालय के प्रधानाचार्य गरीश कुमार मिश्रा ने बच्चों को पढ़ाई के लाभ बताए। कहा कि शिक्षा ही वह ताकत है जिससे बच्चे अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। स्मार्ट कक्षा में एक एलईडी स्क्रीन सहित अन्य उपकरण स्कूल को मिले हैं। स्मार्ट के साथ ही स्कूल के शिक्षकों को स्मार्ट कक्षा के संचालन के बारे मं भी बताया गया। कार्यक्रम में स्मार्ट की सहायता से बच्चों को विज्ञान संबंधी पाठ्यक्रम भी पढ़ाया गया। इस दौरान डॉ. अवध दुबे, विद्यालय के प्रबंधक महेंद्र कुमार शुक्ला, नंद किशोर मिश्र, डॉ. मनप्रीत सिंह, डॉ अंगद सिंह, अनिल मिश्रा, हरिओम त्रिपाठी व गौरव शुक्ला सहित अन्य मौजूद रहे। 

वेतन से किया सुधार
आर्य नगर इंटर कॉलेज में शिक्षकों ने अपने वेतन से कायाकल्प किया। इस स्कूल की कक्षाएं लगभग 20 वर्षों से जर्जर थी। हालात यह थे कि बच्चे स्कूल के बरामदे पर बैठकर पढ़ाई करते थे। इसके बाद अशासकीय सहायता प्राप्त इस स्कूल के शिक्षकों ने खुद के वेतन और आपसी सहयोग से स्कूल की स्थिति बदली। वर्ष 2022 से स्कूल में पहले कक्षाओं को बेहतर किया गया। इसके बाद कॉलेज की कट चुकी बिजली को दोबारा लाने के लिए दो सोलर पैनल की व्यवस्था की गई। एक और सोलर पैनल के लिए छह महीने पहले सांसद रमेश अवस्थी को भी प्रत्यावेदन दिया गया है। अब स्कूल में स्मार्ट कक्षा की सुविधा भी बढ़ गई है।

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