‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने खोली पोल, अमित शाह बोलें-पाकिस्तान है आतंकवाद का असली Sponsore 

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Published By Anjali Singh
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नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने इस तथ्य को उजागर कर दिया है कि भारत में आतंकवाद पूरी तरह से पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित है। शाह ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 22वें अलंकरण समारोह के अवसर पर आयोजित रुस्तमजी स्मृति व्याख्यान में कहा कि बीएसएफ ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान अपनी क्षमता साबित की और पाकिस्तान को नापाक गतिविधियां नहीं करने दीं। 

उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने यह उजागर कर दिया है कि भारत में आतंकवाद पूरी तरह से पाकिस्तान प्रायोजित है।’ गृहमंत्री ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पहले पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचों पर हमला किया लेकिन वह पाकिस्तानी सेना थी जिसने जवाब में भारत पर हमला करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘हमने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया और आतंकवादियों के नौ शिविरों को नष्ट कर दिया। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हमने पाकिस्तानी सेना के अड्डों, आम नागरिकों या एयरबेस को निशाना नहीं बनाया था।’ 

पूरी दुनिया में बेनकाब हो गया है पाकिस्तान

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर के बाद के घटनाक्रम से पाकिस्तान का पूरी तरह पर्दाफाश हो गया कि वह आतंकवाद को प्रश्रय दे रहा है। पूरी दुनिया ने देखा कि किस तरह पाकिस्तान सेना के अफसरों ने आतंकवादियों के जनाजों में नमाज पढी। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर भारतीय सेनाओं की सराहना की जानी चाहिए कि उन्होंने जवाबी कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान के केवल सैन्य अड्डों को ही निशाना बनाया और असैनिक क्षेत्रों में हमला नहीं किया। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने भी अपनी वीरता का परिचय देते हुए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। 

शाह ने कहा, ‘हमने आतंकवादियों को निशाना बनाया था लेकिन पाकिस्तान ने इसे अपने ऊपर (हमले के तौर पर) ले लिया और साबित कर दिया कि यह पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद है।’ गृह मंत्री ने कहा, ‘उन्होंने हमारे आम नागरिकों को निशाना बनाने की हिमाकत की लेकिन हमारी वायु रक्षा प्रणाली के सामने वे सफल नहीं हो सके। इसके जवाब में हमने उनके एयरबेस को निशाना बनाया और उन्हें अपनी मारक क्षमता से परिचित कराया।’ उन्होंने कहा कि 2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनी और उरी में हमारे सैनिकों पर हमला किया गया। 

शाह ने कहा, ‘हमने ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की थी। उसके बाद पुलवामा हमला हुआ। इसके जवाब में हमने हवाई हमला किया। अब पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों को उनका धर्म पूछकर मारा गया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ उसका जवाब था। इसके लिए दुनिया हमारी सराहना कर रही है। मैं सेना को सलाम करता हूं।’ भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में छह मई की देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचों पर सटीक हमले किए थे। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे। 

भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने आठ, नौ और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया। इसके बाद भारतीय सेना ने कई पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर भीषण जवाबी हमले किए। भारत और पाकिस्तान चार दिनों तक ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद सैन्य टकराव को समाप्त करने के लिए 10 मई को एक सहमति पर पहुंचे। शाह ने देश की सुरक्षा में बीएसएफ की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि यह बल इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे देशभक्ति के बल पर सभी मुश्किलों को पार किया जा सकता है और दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल बना जा सकता है। 

उन्होंने बांग्लादेश के साथ लगती सीमा सहित अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा में बीएसएफ की भूमिका का जिक्र करते हुए कहा कि पड़ोसी देश बांग्लादेश को अपने निर्माण में बीएसएफ की बड़ी भूमिका को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह देश के लिए जान कुर्बान करने के लिए तैयार रहने की भावना के साथ अपने कर्तव्य पथ पर 1965 से 2025 तक निडरता से चलते हुए सर्वोच्च बलिदान देने वाले 2,000 से अधिक सीमा प्रहरियों को पूरे देश की ओर से नमन करते हैं।

के एफ रुस्तमजी बीएसएफ के संस्थापक और पहले महानिदेशक थे। बीएसएफ दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है, जिसमें लगभग 2.75 लाख कर्मी हैं। ये कर्मी पश्चिम में पाकिस्तान और पूर्व में बांग्लादेश के साथ भारतीय सीमाओं की रक्षा करने की जिम्मेदारी उठाते हैं। बीएसएफ की स्थापना 1965 में हुई थी। 


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