शाहजहांपुर : लकवाग्रस्त पिता के सामने बेटी फांसी पर झूली, सदमे से पिता की भी मौत

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Published By Pradeep Kumar
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पुवायां में हुई हृदय विदारक घटना, 2 दिन में एक ही घर से उठी दो अर्थियां

पुवायां, अमृत विचार। मानसिक तनाव के चलते लकवाग्रस्त पिता के सामने बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पिता ने अपनी आंखों से लाडली बेटी को तड़प कर दम तोड़ते देखा तो उसका कलेजा फट गया। पहले ही लकवा की मार झेल रहा पिता बेटी की मौत का सदमा नहीं सह पाया और 48 घंटे के अंदर ही उसने चारपाई पर पड़े-पड़े दम तोड़ दिया। अपने दिल में बेइंतहां दर्द लिए पिता इस दुनिया से चला गया। सबसे ज्यादा अफसोस की बात यह रही कि लकवा की बीमारी के चलते पिता किसी से कुछ कह भी नहीं पाया। क्योंकि वह बोलने में असमर्थ था। बेटी ने पिता की चारपाई पर स्टूल रखकर फांसी लगाई, लेकिन उसके शरीर में इतनी जान नहीं थी कि वह उसे रोक पाता। वह बोलने में भी असमर्थ था इसलिए एक बार यह भी नहीं कह पाया कि बेटी रुक जाओ, अपनी जान मत दो। हृदय विदारक यह खबर जिसने भी सुनी उसकी आंख नम हो गईं।

मंगलवार की सुबह गांव विक्रमपुर निवासी पायल पुत्री विनोद का शव घर मे फंदे पर लटका पाया गया था। जिसके पास ही उसके पैरालाइज्ड पिता चारपाई पर लेटे थे। परिजनों के अनुसार पायल ने उसी चारपाई पर स्टूल रखकर फंदा लगाया था, जिस पर पिता एक जिंदा लाश की तरह पड़ा था। वह जिंदा तो था, लेकिन उसका शरीर जिंदा नहीं था। वह अपनी बेटी को बचाने के लिए उठ नहीं पाया, उसके दिमाग ने बहुत हरकत की, लेकिन शरीर ने साथ नहीं दिया। परिजनों के अनुसार पूरी तरह से पैरालाइज्ड पिता ने इस पूरी घटना को अपनी आंखों से देखा था। जो न बोल सकते थे और न ही शरीर को हिलाने की स्थिति में थे, सिर्फ और सिर्फ देख और सुन सकते थे। उनका शरीर भले ही साथ नहीं था, लेकिन भावनाएं नहीं मरी थीं। इस पूरे घटनाक्रम को देखने के बाद बताया जाता है कि मंगलवार सुबह उनकी आंखों से आंसू बह रहे थे, जिन्हें कोई समझ नहीं सका। पोस्टमार्टम से लौटने के बाद पायल के शव का खेत मे ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। जिसे परिवार के लोगों ने पंचाग्नि दी। अपने सीने में इतनी तकलीफ लिए लगभग 48 वर्षीय पिता विनोद 48 घंटे भी नहीं जिए और बुधवार की सुबह लगभग 9 उनकी मौत हो गई। उन्होंने चारपाई पर ही दम तोड़ दिया। विनोद की मौत के बाद छोटे भाई राजीव ने उसी स्थान पर शव को मुखाग्नि दी। इस घटना को जिसने भी सुना वही दंग रह गया और दिल से आह निकल गई।

पायल की मौत की वजह से परिवार अनजान
पायल की मौत की वजह परिवार के लोग भी नहीं समझ पा रहे हैं। उनका मानना है कि पायल काफी सीधे स्वभाव की थी, घर की सबसे छोटी बेटी थी। जिस कारण लाडली भी थी। बड़ी बेटी का विवाह हो चुका है और मझली बेटी नेहा की शादी भी 9 मई को होनी थी। हालांकि शादी से पहले उसकी रीढ़ की हड्डी में दिक्कत हो गई और उसका ऑपरेशन कराना पड़ा। इस सब में उसकी शादी टल गई। मां बीमार बेटी के साथ शाहजहांपुर में थी। जबकि घर में पैरालाइज्ड पिता की देखभाल पायल ही करती थी। मंगलवार की रात क्या हुआ था, यह सिर्फ चर्चाओं में ही रह गया है।

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