कानपुर : जमीअत उलमा ने मदरसों पर चल रहे बुलडोजर के विरोध में खोला मोर्चा

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Published By Vinay Shukla
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आजमगढ़ में जमीअत उलमा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी गरजेंगे,1 जून की तारीख तय, कानपुर के शहरकाजी समेत बड़ी संख्या में लोग जाएंगे  

जमीर सिद्दीकी, कानपुर : भारत-सीमा से सटे लगभग 17 जिलों में उत्तर प्रदेश सरकार ने मदरसों की जांच के बाद बुडजोजर को काम पर लगाया है। दर्जनों मदरसों को सीज कर दिया गया है जिससे हजारों बच्चे दीनी व दुनियावी तालीम से महरुम (वंचित) हो गए हैं। इन मदरसों पर हो रही कार्रवाई के विरोध में जमीअत उलमा हिंद ने मदरसों को इंसाफ दिलाने के लिए सड़कों पर उतरने का एलान किया है जिसकी शुरुआत 1 जून को आजमगढ़ से होने जा रही है। इस पहले आंदोलन में शिरकत करने के लिए जमीअत उलमा हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी स्वयं आ रहे हैं। 

कानपुर से शहरकाजी मौलाना हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादी की अगुवाई में टीम आजमगढ़ जाएगी। इस अभियान को तहफ्फुज आईन एवं मदारिस नाम दिया गया है। कानपुर में खुफिया विभाग भी सर्तक हो गया है जो उनकी सूची बनाने में जुट गया है जो कानपुर से आजमगढ़ जाने की तैयारी कर रहे हैं। बताते चलें कि वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश सरकार ने सर्वे कराया था जिसमें यूपी मं 7500 मदरसे बिना मान्यता लिए चलते मिले थे। प्रदेशभर में लगभग 16500 मदरसे हैं जिनमें लगभग 20 लाख छात्र-छात्राएं शिक्षा हासिल कर रहे हैं इनमें 560 मदरसे सरकार से अनुदानित हैं। 

मदरसों के साथ ही बच्चों की भी तालीम बंद
भारत-नेपाल सीमा पर जिन जिलों में मदरसों पर बुलडोजर चला है या फिर मदरसों को सीज किया गया है, वहां से हजारों छात्र –छात्राएं शिक्षा से दूर हो गये हैं क्योंकि मदरसों में मुफ्त शिक्षा दी जाती है। ऐसे में मध्यम वर्ग या गरीबों के पास इतना पैसा नहीं होता है कि वे अपने बच्चों को किसी प्राइवेट स्कूल में दाखिला कराएं। गरीब घरों के ज्यादातर लोग अपने बच्चों को मदरसों में डाल देते हैं, जहां मुफ्त शिक्षा मिलती है। इस मामले जब सबसे ज्यादा 118 मदरसे श्रावस्ती जिले में प्रभावित हुए थे। श्रावस्ती के तत्कालीन जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने कहा था कि भारत-नेपाल सीमा पर के आसपास धार्मिक स्थलों की जांच की जा रही है। ग्राम सभा एवं शासकीय जमीन पर बनाए गए स्थल, मानक के अनुरुप नहीं मिले स्थल, मान्यता नहीं होने पर कार्रवाई की जा रही है।  

कहां कितने मदरसों पर कार्रवाई

  1.  श्रावस्ती          118
  2.  महाराजगंज      46
  3. सिद्धार्थ नगर     43
  4. लखीमपुर         12
  5.  बलरामपुर        41
  6.  बहराइच          24
  7.  पीलीभीत          01 


क्या बोले शहरकाजी 
शहरकाजी कानपुर नगर मौलाना हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादी का कहना है कि देश के लाखों बच्चे मदरसे में तालीम हासिल करके ऊंचे ओहदों पर पहुंचते हैं। कई बार जांच की गई लेकिन एक भी मदरसे में कोई गलत गतिविधियां मिली हों तो बताएं। आजकल महंगाई के दौर में घर का खर्च बहुत मुश्किल से चलता है, प्राइवेट स्कूलों की फीस इतनी ज्यादा है कि गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोग अपने बच्चों को शिक्षा नहीं दिला पाते। ये काम मदरसे कर रहे हैं, मदरसों में बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जा रही है लेकिन मदरसों के खिलाफ साजिश हो रही है। 

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