लेजर स्पीड गन का कमाल : डीसीपी की परीक्षा में 90 प्रतिशत चालक फेल, शहर की सीमाओं पर इंटरसेप्टर तैनात….
चालकों ने जो गलती की, टीएसआई ने उन्हीं पर यातायात नियम पूछा, रईसजादों के फर्राटा भर रहे वाहनों का इंटरसेप्टर ने खूब किया चालान
Zameer Siddiqui, Kanpur : जब अधकचरों के बनेंगे ड्राइविंग लाइसेंस तो शहर के यातायात का क्या होगा। तमाम ऐसे वाहन चालक शहर की यातायात रौंद रहे हैं जिन्हें यातायात नियमों की जानकारी ही नहीं है। ऐसे वाहन चालकों को पकड़ने के लिए ही शासन ने कानपुर ट्रैफिक विभाग को चार बाइक इंटरसेप्टर उपलब्ध कराई है। इस इंटरसेप्टर में हाईटेक लेजर स्पीड गन लगी है जिसके खतरनाक कैमरे, वीडियो, नशेबाज चालकों को पकड़ने की क्षमता रखते हैं।
सोमवार को डीसीपी यातायात रवींद्र कुमार सिंह के दिशा निर्देश पर टीएसआई संजीव कुमार पाल, कांस्टेबिल शेर सिंह ने सीओडी ब्रिज से रामादेवी के मध्य इंटरसेप्टर में लगे हाई लेजर स्पीड गन से वाहनों की चेकिंग की। यहां नियमानुसार 40 प्रति प्रति घंटा की रफ्तार निर्धारित थी लेकिन अधिकांश वाहन कोई 60 किमी तो कोई 55 किमी की स्पीड से चल रहा था, ऐसे वाहनों का चालान किया गया और उनके चालकों को यातायात नियमों के संकेतक दिखाकर पूछा गया कि आपने वाहन चलाने में जो गलती की थी, यातायात नियमों में उसके उपाय कहां बताए गए हैं, ऐसे में 90 प्रतिशत चालक यातायात नियम बताने में फेल हो गए। ऐसे वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस को 3 महीने के लिए निरस्त करने के लिए टीएसआई ने आरटीओ से अनुरोध करते हुए कार्रवाई की।
इसी प्रकार तेज रफ्तार से जा रही एक परिवहन की बस को टीएसआई और सिपाही ने रोकने की कोशिश की लेकिन चालक ने बस को नहीं रोका तो बस का चालान किया गया और कार्रवाई में लिखा गया कि बस चालक ने चेकिंग दल देखने के बाद भी बस को नहीं रोका। इसी प्रकार पुलिस के एक अधिकारी (रिटायर) की कार का ओवरस्पीड में 2000 रुपए का चालान किया गया लेकिन अधिकारी ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया और न ही अपना परिचय दिया। उनकी कार में पुलिस लिखा था। ऐसे ही कार ड्राइव करते वक्त मोबाइल पर बातें करते हुए 80 की रफ्तार से वाहन चला रहे युवक को यातायात की टीम ने रोका लेकिन वह नहीं रुका।
हाथ देते ही झटके से रोका वाहन, बैक गियर लगाया
रामादेवी मार्ग पर टीएसआई ने एक तेज रफ्तार आ रहे छोटा हाथी को हाथ देकर रुकवाया तो लोडर चालक ने झटके से वाहन को रोक दिया जिससे वाहन थोड़ा आगे निकल गया तो बिना कुछ सोचे समझे चालक ने बैक गियर लगा दिया जिससे पीछे से आ रहे वाहनों से भिड़ने का खतरा हो गया जिसपर टीएसआई चिल्लाए तो चालक ने ब्रेक लगाई।
टीएसआई ने चालक का ड्राइविंग लाइसेंस चेक किया और यातायात संकेतक के बारे में जानकारी ली तो चालक कुछ नहीं बता पाया जिससे टीएसआई ने तुरंत ही वाहन का चालान करने के साथ ही चालक के ड्राइविंग लाइसेंस को 3 माह के लिए रद करने की सिफारिश आरटीओ कानपुर से की।
यातायात नियम ही नहीं जानते, जाम तो लगेगा
शहर में हजारों की संख्या में ऐसे वाहन चालक हैं जिन्हें यातायात नियमों की जानकारी नहीं है लेकिन उनके पास चार पहिया वाहनों को चलाने का ड्राइविंग लाइसेंस है। चालकों को यही नहीं पता है कि मुड़ने से पहले किधर का इंडीकेटर देना है, शहर में कौन सी लाइट जलाना है और हाईवे पर कौन सी लाइट जलाई जाए। हार्न कब बजाना है, ओवरटेक कब करना है, सामने से आ रहे वाहन से पहले निकलना है तो कैसे संकेत दें। अपने शहर में हर किसी को जल्दी निकलने की कोशिश रहती है, यही कारण है कि जिधर जहां तनिक भी जगह दिखी तो वहीं वाहन डाल देते हैं जिससे वाहन आपस में उलझ जाते हैं।
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