कानपुर : रक्तदान के लिए जागरूक करने को पूरे सप्ताह चलेगा पूरे अभियान 

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Published By Vinay Shukla
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शासन स्तर से 14 जून को मनाया जाएगा विश्व रक्तदाता दिवस, हुई बैठक 

World Blood Donor Day Awareness Campaign : रक्तदान एक सामुदायिक जिम्मेदारी है, जिसका हर सक्षम व्यक्ति को पालन करना चाहिए। ना जाने कितने लोगों को रक्त की कमी या फिर सही समय पर सही ब्लड ग्रुप ना मिलने के कारण अपनी जान गंवानी पड़ती है। क्योंकि रक्त को बनाया नहीं जा सकता है, यह सिर्फ दान से ही जरूरतमंद मरीज को प्राप्त हो सकता है। इसलिए रक्तदान के प्रति लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए 14 जून यानी विश्व रक्तदाता दिवस तक पूरे सप्ताह जागरूकता अभियान का संचालन स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जाएगा। ताकि लोग रक्तदान के महत्व को समझ सके। 

उर्सला अस्पताल के सभागार में शुक्रवार को सीएमओ डॉ.हरिदत्त नेमी ने 14 जून को होने वाले विश्व रक्तदाता दिवस के संबंध में आवश्यक बैठक की, जिसमे उर्सला, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, मरियमपुर, रीजेंसी समेत करीब 30 ब्लड बैंक के प्रभारी व उनके सहयोगी मौजूद रहे। सीएमओ डॉ.हरिदत्त नेमी ने प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन द्वारा दिए गए निर्देशों से सभी को अवगत कराया। कहा कि आवश्यकतानुसार रक्त संग्रहण व अधिक से अधिक रक्तदाताओं का पंजीकरण करने के लिए 14 जून से एक सप्ताह पहले से रक्तदान के संबंध में जागरूकता कार्य आयोजित किए। रक्तदान शिविर स्थल के संबंध में अधिक प्रचार व प्रसार किया जाए। ताकि रक्तदाता अपनी सुविधा के अनुसार रक्तदान कर सके। वहीं, ग्राम पंचायत स्तर पर भी स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन जाए।

ग्राम प्रधान द्वारा शपथ दिलायी जाए। रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से समाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों व युवाओं को सम्मानित किया जाए। 14 जून को सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला स्तरीय अस्पताल में रक्तदाताओं के ब्लड ग्रुप की जांच की सुविधा की जाए, ताकि ब्लड ग्रुप की जानकारी होने पर आकस्मिकता के समय रक्तदान किया जा सकें। जिला क्षय रोग अधिकारी व एसीएमओ डॉ.सुबोध प्रकाश ने कहा कि अस्पताल के साथ ही संस्थानों, महाविद्यालयों व विश्वविद्यालय में रक्तदान के संबंध में शिविर आयोजित जाए और इच्छुक व्यक्तियों को रक्तदान का महत्व जरूर बताए। 

ई-रक्तकोष में अपलोड होगा पूरा विवरण 
सीएमओ ने निर्देश दिए कि विश्व रक्तदाता दिवस पर सभी प्रकार की तैयारी समय रहते पूरी कर ली जाए, किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। रक्त केंद्रों द्वारा प्रस्तावित रक्तदान शिविर व शिविर में रक्त संग्रहण का विवरण ई-रक्तकोष पोर्टल में अनिवार्य रूप से अपलोड किया जाए। इसके अलावा रक्तदाताओं की सूची, फोटो व न्यूज पेपर की कटिंग रक्त संग्रहण का विवरण राज्य संचरण परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करना अनिवार्य है। 
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10 प्रतिशत से कम लोग ही करते रक्तदान 
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.सुबोध प्रकाश ने बताया कि देश की कुल आबादी का केवल 37 प्रतिशत लोग ही रक्त देने के लिए पूर्ण रूप से योग्य है और जो लोग दान कर सकते हैं उनमें से भी 10 प्रतिशत से भी कम लोग वास्तव में सालाना रक्तदान करते हैं। कुछ लोगों के मन में इस बात को लेकर भी भ्रम है कि रक्तदान करने से कमजोरी आती है या फिर उनके सेहत पर इसका नकारात्मक असर पड़ेगा। लेकिन ऐसा नहीं है। रक्तदान न केवल उपचार और आपातकालीन चिकित्सा हस्तक्षेप के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह दुनियाभर में जानलेवा विकारों से पीड़ित लोगों की भी सहायता के लिए भी अनिवार्य है।

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