UP: हरगोविंदपुर में गूंजीं चीत्कारें...एक साथ उठीं पांच अर्थियां

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
On

संभल, अमृत विचार। बरातियों की बोलेरो के अनियंत्रित होकर इंटर कॉलेज की दीवार में घुसने से दूल्हे सहित 8 की मौत हो गई थी। शनिवार को दूल्हे के गांव हरगोविंदपुर मेंमातम पसरा रहा। शाम के वक्त जब दूल्हे सहित पांच लोगों के शव पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। एक साथ पांच अर्थियां उठने पर ग्रामीणों की आंखें भर आईं। पांचों शवों का गंगाघाट पर अंतिम संस्कार किया।

जुनावई थाना क्षेत्र के गांव हरगोविंदपुर निवासी सुखराम के बेटे सूरज की बरात शुक्रवार को शाम जनपद बदायूं के थाना बिल्सी क्षेत्र के गांव सिरसौल जा रही थी। बोलेरो में दूल्हे सूरज सहित 10 लोग सवार थे। बोलेरो रास्ते में जनता इंटर कॉलेज में जा घुसी थी। हादसे में दूल्हे सूरज के अलावा उसकी बहन कोमल, भाभी आशा पत्नी लाल सिंह, भतीजी ऐश्वर्या, चालक रवि, रिश्तेदार मधु पत्नी देव निवासी हींगबाड़ी थाना स्याना बुलंदशहर, इसके बेटे गणेश, सचिन निवासी गांव अनवरपुर थाना स्याना की मौत हो गई थी।

शनिवार को गांव हरगोविंदपुर में ग्रामीणों के चूल्हे ठंडे पड़े रहे। हर तरफ मातम का माहौल नजर आया। परिजनों की आंखों से आंसू नहीं थम रहे थे। शाम के वक्त सूरज, आशा, कोमल, ऐश्वर्या और रवि के शव पोस्टमार्टम होने के बाद गांव लाए गए तो कोहराम मच गया। हर तरफ से चीखों के बीच ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं। इस बीच पांचों अर्थियां जब उठाई गई तो ग्रामीण भी बिलख पड़े। अर्थियों को क्षेत्र के असदपुर गंगा घाट पर ले जाया गया। जहां ऐश्वर्या के शव को दफन किया गया जबकि अन्य की चिता जलाई गई।

गांव में मुस्तैद रहा सरकारी अमला
गांव में एसडीएम डॉ.वंदना मिश्रा, नायब तहसीलदार उदयवीर सिंह, गुन्नौर सीओ दीपक कुमार तिवारी रहे। वहीं थाना प्रभारी उमेश सिंह सोलंकी एवं क्राइम इंस्पेक्टर बलराम सिंह भी पुलिस बल के साथ मुस्तैद रहे। थाने के सिपाही पतरिया जुनावई लिंक मार्ग पर कई स्थानों पर खड़े नजर आए।

तेज रफ्तार की वजह से हुआ हादसा
एआरटीओ प्रशासन अमिताभ चतुर्वेदी ने सड़क हादसे में 8 की मौत मामले को लेकर घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने बारीकी से जांच पड़ताल की। एआरटीओ प्रशासन का कहना रहा कि यह हादसा तेज रफ्तार होने की वजह से हुआ। हाईवे पर बोलेरो तेज रफ्तार दौड़ी और अनियंत्रित होने के बाद इंटर कॉलेज में जा घुसी। तेज रफ्तार की वजह आगे जा चुके बरात के दूसरे वाहन भी हो सकते हैं।

संबंधित समाचार