पैरोल पर छूटा सीरियल किलर सोहराब, पत्नी संग फरार : दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं सीरियल किलर भाई सलीम और रुस्तम

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Published By Vinay Shukla
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यूपीएसटीएफ और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल तलाश में जुटी

लखनऊ, अमृत विचार : सीरियल किलर भाइयों सलीम, रुस्तम और सोहराब का दहशत राजधानी ही नहीं बल्कि प्रदेश के कई जिलों में है। पिछले कई सालों से तीनों दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। कुछ दिन पहले कोर्ट ने सीरियल किलर भाइयों में सबसे छोटे सोहराब को पैरोल दिया। जेल से रिहा होने के बाद वह पत्नी से मिला। पैरोल अवधि तीन पहले खत्म हुई, लेकिन वह वापस नहीं आया। इस पर तिहाड़ जेल से दिल्ली पुलिस को सूचना दी गई। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यूपी एसटीएफ से संपर्क किया। पिछले तीन दिन से दोनों टीमें तलाश में जुटी है।

कैंट के सदर बाजार निवासी सीरियल किलर भाइयों सलीम, रुस्तम और सोहराब ने राजधानी में कई दुस्साहसिक वारदातों को अंजाम दिया। 2004 में रमजान के महीने में सलीम, सोहराब और रुस्तम के सबसे छोटे भाई शहजादे की हुसैनगंज इलाके में कुछ दबंगों ने हत्या कर दी। भाई की हत्या का बदला सलीम, सोहराब और रुस्तम ने ठीक उसी दिन लिया जब ठीक एक साल पहले शहजादे को मौत के घाट उतारा गया था। तीनों भाइयों में दुस्साहस इतना था कि वारदात को अंजाम देने के बाद तत्कालीन एसएसपी लखनऊ आशुतोष पांडेय को फोन कर वारदात की जानकारी दी।

दिल्ली में दिन दहाड़े डाली थी ज्वेलरी शोरूम में डकैती

एक साथ तीन हत्या करने के बाद सलीम, सोहराब और रुस्तम सीरियल किलर भाइयों के नाम से कुख्यात हो गये। दिल्ली में दिन दहाड़े ज्वेलरी शोरूम में डाका डाल दिया। वहीं, वजीरगंज इलाके में बसपा सरकार के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारी और समाजसेवी सैफी की दिन दहाड़े हत्या कर दी। सपा की सरकार आई तो अमीनाबाद में भाजपा पार्षद पप्पू पांडे की अपने खास गुर्गे सुनील शर्मा से हत्या करवा दी।

डाका डालने के मामले में दिल्ली पुलिस ने तीनों को आठ वर्ष पूर्व गिरफ्तार किया। इसके बाद से तीनों तिहाड़ जेल में बंद है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कोर्ट में पेश होते हैं। पुलिस के मुताबिक कुछ दिन पहले सोहराब ने पैरोल के लिए कोर्ट में आवेदन किया था। कोर्ट ने मंजूरी दे दी। इसके बाद उसे तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया। एक जुलाई को उसकी पैरोल अवधि पूरी होने के बाद भी वह तिहाड़ जेल वापस नहीं गया। इसकी जानकारी तिहाड़ जेल के अधीक्षक ने दिल्ली पुलिस को दी। इसके बाद उसकी तलाश शुरू हुई। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यूपी एसटीएफ से संपर्क कर उसके बारे में जानकारी दी। जिसके बाद यूपी एसटीएफ की टीम को सोहराब की तलाश में लगाया गया।

पूर्व सांसद के नाती को चौक में गोलियों से भूना

संभल के पूर्व सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के नाती फैज की चौक इलाके में गोलियों से भून कर हत्या करवा दी थी। इसकी वजह सलीम, सोहराब और रुस्तम के परिवार की महिला से मारे गए फैज की नजदीकियां बढ़ने लगी थीं। इसके अलावा सलीम, सोहराब और रुस्तम ने लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी से लेकर दिल्ली में तक व्यापारियों से रंगदारी वसूली और रंगदारी न देने पर जान से मारने के लिए हमले करवाए। तिहाड़ जेल में रहने के बावजूद सलीम, सोहराब, रुस्तम अपराध की दुनिया में अपने रसूख को कायम किए रहे और मामूली घटनाओं में पेशी के जरिए कई बड़ी साजिशों को रचा और अंजाम दिलवाया। बताया जा रहा है कि सलीम, सोहराब और रुस्तम पर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं जिसमें हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी वसूली, डकैती जैसी जघन्य वारदातें शामिल हैं।

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