Bareilly: जोगी नवादा बना भाईचारे की मिसाल...मोहर्रम के जुलूस पर हिंदुओं ने बरसाए फूल
बरेली, अमृत विचार। बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा इलाके का माहौल हर साल ताजिया, कांवड़ यात्रा व ईद-मिलादुन्नबी के जुलूस को लेकर गर्म हो जाता है। मगर रविवार को निकले मोहर्रम के जुलूस के दौरान सारे गिले शिकवे भूलकर दोनों समुदायों ने शांति का संदेश दिया। इस दौरान हिंदू पक्ष की तरफ से जुलूस का स्वागत फूल बरसाकर किया गया। जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।
दरअसल जोगी नवादा में सावन और मुहर्रम के ताजिया को लेकर होने वाले विवाद को स्थायी तौर पर निपटा लेने का दावा पुलिस की तरफ से किया गया था। रविवार को ये दावा सही होता भी दिखाई दिया। इससे पहले पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच 18 बैठकें की गईं थीं। जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए ताजिया और कांवड़ यात्रा आपसी सहमति से निकालने पर रजामंदी जताई थी। जिसके बाद रविवार को मोहर्रम का जुलूस जोगी नवादा इलाके से निकला तो हिंदू समुदाय के लोगों ने अपनी छतों से जुलूस पर फूल बरसाए।
प्रदेश में नजीर बनेगा जोगी नवादा
उधर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलेमीन के प्रदेश महासचिव नदीम कुरैशी ने इस पर खुशी जाहिर की। पुलिस ने सालों पुराना विवाद संवाद से हल कर दिया। इसके लिए पुलिस और प्रशासन बधाई का पात्र है। बरेली में भाईचारे की ये पहल पूरे उत्तर प्रदेश में नजीर बनेगी।
अब कांवड़ यात्रा शांति से निकले
दरअसल असली विवाद कांवड़ यात्रा को लेकर था। जोगी नवादा में दूसरे समुदाय के लोगों ने कांवड़ यात्रा को नई परंपरा बताकर इसे इलाके में निकालने का विरोध किया था। वहीं दूसरी तरफ आईएमसी भी इस समझौते का विरोध कर रही हैं। आईएमसी प्रमुख मौलाना इसे नई परंपरा बताया था। आईएमसी पदाधिकारियों ज्ञापन भी दिया था।
