UP की प्रमुख नदियों पर भी दिखने लगा भारी बारिश का असर, प्रयागराज में गंगा-यमुना में बढ़ा जलस्तर, संवेदनशील जिलों की मॉनिटरिंग तेज 

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार। भारी बारिश का असर उत्तर प्रदेश की प्रमुख नदियों पर भी दिखने लगा है। प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ा नजर आ रहा है। बाढ़ के मद्देनजर संवेदनशील जिलों की मॉनिटरिंग राज्य सरकार ने तेज कर दी है। शासन ने बाढ़ प्रभावित अथवा संवेदनशील जिलों में और सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। खासकर वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या, देवरिया और ललितपुर की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

ललितपुर जिले में तो लगातार हो रही भारी बारिश का असर अब बांधों पर दिखने लगा है। जलस्तर तय सीमा के पार पहुंचने की ओर है। ऐसे में रिहायशी इलाकों के लोगों को सतर्क कर दिया गया है। उधर, मानसून के प्रभाव से गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर प्रयागराज में धीरे-धीरे बढ़ रहा है। जल आयोग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, दोनों नदियों के जलस्तर में संतुलित और नियमित बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

प्रशासनिक रिकॉर्ड के मुताबिक, प्रयागराज जनपद में बाढ़ का खतरे का स्तर 84.734 मीटर निर्धारित है। इस समय गंगा नदी का जलस्तर फाफामऊ में 78.96 मीटर और छतनाग में 78.06 मीटर दर्ज किया गया है, जबकि यमुना नदी का जलस्तर नैनी में 78.54 मीटर है। बीते चार घंटों में गंगा में 8 सेमी और यमुना में 4 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई है। यह वृद्धि मानसून के दौरान सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है, और प्रशासन की ओर से इसे लेकर पूरी निगरानी की जा रही है।

नगर निगम, सिंचाई विभाग और बाढ़ नियंत्रण टीमों द्वारा जलस्तर की रीयल-टाइम निगरानी की जा रही है। तटीय क्षेत्रों में सूचनाएं पहुंचाई जा रही हैं और सभी नागरिकों को प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, और प्रशासन सचेत है ताकि किसी भी संभावित परिस्थिति से प्रभावी रूप से निपटा जा सके।

पूर्वोत्तर रेलवे एसएमएस से करेगा जलस्तर बढ़ने पर अलर्ट

गाजीपुर जिले में गंगा नदी पर बने 18 नंबर रेल-सड़क पुल पर ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने सेंसर युक्त वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित किया है। इस सिस्टम से गंगा के जलस्तर की जानकारी स्वचालित रूप से मोबाइल पर एसएमएस अलर्ट के जरिए मिलेगी। दरअसल, पूर्वोत्तर रेलवे का यह सिस्टम जलस्तर बढ़ने के खतरे की चेतावनी देगा। इससे रेल संचालन को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।

मेरठ में बारिश और भूकंप के बीच बच्ची की मौत

मेरठ में बारिश और भूकंप के बीच एक दर्दनाक हादसा हो गया। किला परीक्षितगढ़ रोड पर एक बड़ा पेड़ अचानक बाइक पर गिर गया, जिससे बाइक पर सवार ढाई साल की बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका पिता गंभीर रूप से घायल हो गया।

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