V-Care Scam: 250 करोड़ रुपये घोटाला में वी केयर कंपनी का कंट्रीहेड गिरफ्तार, EOW की टीम ने कोलकाता से दबोचा

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Published By Muskan Dixit
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13 वर्ष पूर्व कृष्णानगर थाने से जा चुका है जेल, कार्यालय में हुई थी तोड़फोड़

लखनऊ, अमृत विचार: निवेशकों को मोटे मुनाफे का लालच देकर 250 करोड़ रुपये हड़पने वाले वी केयर कंपनी के संचालक प्रेम प्रकाश सिंह को ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ लखनऊ के आशियाना और कृष्णानगर थाने में कई मामले दर्ज है। वह दस वर्ष से फरार चल रहा था। ईओडब्ल्यू की टीम ने उसे कोलकाता से गिरफ्तार किया है।

डीजी ईओडब्ल्यू नीरा रावत के मुताबिक वी-केयर मल्टीट्रेड प्रा. लि. का कंट्रीहेड प्रेम प्रकाश सिंह मूलत: झारखंड के रांची स्थित चर्च काम्प्लेक्स मेन रोड का रहने वाला है। वी-केयर मल्टीट्रेड प्रा. लि. का पंजीकरण 2008-09 में दिल्ली व हरियाणा में कराया गया। मुख्यालय प्रशांत विहार नई दिल्ली में खोला गया। कंपनी में प्रेम प्रकाश सिंह को कंट्रीहेड बनाया गया। वहीं, लखनऊ में सिंधुनगर कृष्णानगर में प्रांतीय कार्यालय खोला गया। रिलाइन्स लाइफ इन्श्योरेन्स कम्पनी, फ्यूचर जनरली लाइफ इन्श्योरेन्स, एगौन लाइफ इन्श्योरेन्स की पालिसी वी-केयर मल्टीट्रेड प्रा. लि. कंपनी के माध्यम से बेची जाने लगी। इसके लिए ग्राहकों को लालच दिया गया । झांसे में आये हजारों लोगों ने कंपनी में निवेश किया। करीब 250 करोड़ रुपये की पॉलिसी कराकर कंपनी रुपये हड़प गई।

आशियाना और कृष्णानगर में 26 मामले दर्ज

कंपनी में निवेश करने वालों की रकम फंसने लगी तो कर्मचारियों और अधिकारियों पर दबाव बनने लगा। इसे लेकर कई बार सिंधुनगर इलाके में विवाद होता रहा। अगस्त 2012 में कंपनी के सिंधुनगर स्थित कार्यालय में जमकर हंगामा हुआ। वहीं, कंट्रीहेड प्रेम प्रकाश समेत कई प्रमुख अधिकारियों के घर पर भी प्रदर्शन किये गये। हंगामे वाले दिन प्रेम प्रकाश को पुलिस ने शांति भंग में गिरफ्तार किया था। जमानत रकम न जमा कर पाने के कारण जेल भेज दिया गया। इसके बाद कृष्णानगर और आशियाना पुलिस ने ताबड़तोड़ 26 मामले दर्ज किये। 3 नवंबर को 2015 को इस मामले को आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया। मामले में 23 आरोपियों को दोषी पाया गया। 19 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया और उनके खिलाफ आरोप पत्र भी कोर्ट में दाखिल किये जा चुके हैं। एक आरोपी की मौत हो गई थी। तीन फरार चल रहे थे। प्रेम प्रकाश के गिरफ्तार होने के बाद अब दो की तलाश की जा रही है। डीजी ईओडब्ल्यू नीरा रावत के मुताबिक ईओडब्ल्यू ने विशेष अभियान चलाकर 15 दिनों के अंदर 14 बड़े मामलों के आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

ईओडब्ल्यू ने बनाया है खास प्लान

डीजी नीरा रावत बताया कि संगठित आर्थिक अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए एक क्रैक टीम गठित की गई है। कोर्ट में सजा सुनिश्चित करने के लिए एक मॉनिटरिंग समिति बनाई गई है, और नए कानूनों का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ईओडब्ल्यू में “रिवॉर्ड एंड पनिशमेंट” नीति लागू की जा रही है, जिसके तहत हर महीने सर्वश्रेष्ठ जांचकर्ता और सर्वश्रेष्ठ सेक्टर को पुरस्कृत किया जाएगा। नीरा रावत ने जनता से अपील की कि आर्थिक अपराध से संबंधित सूचना मोबाइल नंबर: 9454458100, ईमेल: [email protected], व्हाट्सएप चैनल: Economic Offences Wing (EOW) UP पर दे सकते हैं।

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