पीलीभीत: बाघ हमले में महिला की मौत पर हंगामा, विधायक बोले: ये कोई तरीका नहीं! एक के बाद आदमी मरता रहे..!

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
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पीलीभीत, अमृत विचार। पीलीभीत में बाघ हमलों में इंसानों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है। चार दिन पूर्व किसान को मारने वाले हमलावर बाघ ने दो गांवों में तीन अलग-अलग स्थानों पर हमले किया। जिसमें एक महिला की मौत हो गई, जबकि एक अन्य महिला समेत एक किशोर घायल हो गया। घायल महिला की हालत नाजुक बनी हुई है। इधर महिला की मौत पर ग्रामीणों ने जमकर बवाल किया। क्षेत्रीय विधायक समेत डीएम-एसपी फोर्स के मौक पर पहुंचे। ग्रामीणों ने सभी को जमकर खरीखोंटी भी सुनाई। हमलावर बाघ को पकड़ने के आश्वासन पर करीब साढे तीन घंटे बाद ग्रामीणों ने महिला के शव को उठने दिया। विधायक ने एक के बाद एक हमलों में जा रही लोगों की जानों पर नाराजगी जता जमकर फटकार लगाई।

जनपद के न्यूरिया क्षेत्र में इन दिनों बाघ का आतंक फैला हुआ है। बीते 14 जुलाई की सुबह बाघ ने गांव फुलहर निवासी किसान दयाराम को फसल की रखवाली के दौरान हमलाकर मार डाला था। जिसके बाद वन महकमे की टीम बाघ को पकड़ने का प्रयास शुरू किए थे। मगर बाघ को नहीं पकड़ा जा सका। इधर गुरुवार सुबह हमलावर बाघ ने दो गांवों में अलग-अलग स्थानों पर तीन घटनाओं को अंजाम दिया। पहली घटना सुबह करीब छह बजे गांव सहजना में हुई। गांव निवासी 50 वर्षीया मीना देवी गांव के पास ही खेत में भिंडी तोड़ने गई थी। इस बीच बाघ ने महिला पर हमला कर दिया। महिला के चीखने चिल्लाने पर ग्रामीणों ने बाघ हमला देख शोर-शराबा करना शुरू कर दिया। इस पर बाघ भाग निकला। दूसरी घटना करीब पांच किमी दूर गांव बिथरा मंडरिया में हुई। यहां करीब नौ बजे के आसपास हमलावर बाघ ने खेत में काम कर रहे 17 वर्षीय किशोर नीलेश पुत्र केशव पर हमला कर दिया। बताते है कि इस दौरान किशोर का साथी भी वहां मौजूद था, दोनों से सामूहिक प्रयास कर खुद को बाघ के चंगुल से छुड़ा लिया।

इस बीच अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। शोर-शराबा करने पर बाघ वहां से भाग निकला। करीब 15-20  मिनट ही गुजर पाए कि बाघ ने गांव निवासी 55 वर्षीया कृष्णादेवी पत्नी कालीचरन पर हमला कर दिया। महिला खेत में घास काटने गई थी। हमले में महिला की मौके पर ही मौत हो गई। बाघ हमले की ताबड़तोड़ घटनाओं से ग्रामीण उत्तेजित हो उठे। मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। सूचना मिलते ही डीएम ज्ञानेंद्र सिंह व एसपी अभिषेक यादव फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। कुछ देर बाद क्षेत्रीय विधायक स्वामी प्रवक्तानंद और वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। इस बीच जमकर बवाल हुआ। उत्तेजित ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे अफसरों को जमकर खरी-खोंटी सुनाई और शव को कब्जे में देने से इंकार कर दिया। ग्रामीण बाघ पकड़ने की मांग पर अड़ गए। पांच थानों की पुलिस भी बुला ली गई। इस बीच डीएम-एसपी ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। विधायक ने भी भीड़ के बीच पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। करीब साढ़े तीन घंटे बाद बाघ पकड़ने के आश्वासन पर ग्रामीणों ने शव को उठने दिया। तब कहीं जाकर मामला शांत हो सका। इधर वन विभाग की टीमें हमलावर बाघ को खोजने में जुटी हुई। बाघ हमले की घटनाओं के बाद न्यूरिया क्षेत्र के गांवों में दहशत का माहौल है।  

विधायक बोले: परेशान हो गया हूं प्रशासन क्या कर रहा, चार लाख रुपये में मृतक का परिवार चल जाएगा
बाघ हमले में महिला की मौत के बाद ग्रामीण आक्रोश थे। उन्होंने जनप्रतिनिधि और अफसरों को कई सवालों पर घेरा। इसी हंगामे के बाद भाजपा विधायक बरखेड़ा स्वामी  प्रवक्तानंद भी क्षेत्र में लगाातार हो रहे बाघ हमलों की घटनाओं पर गुस्सा गए और अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। 

जिसके वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। विधायक बोले- चार लाख रुपये में क्या मृतक का परिवार चल जाएगा। क्या मृतक को हम वापस ले आएंगे। मेरे भी आंसू आते हैं, अस्पताल में मरीजों को देखकर आया हूं। परेशान हो गया हूं इस चीज से प्रशासन कर क्या रहा है। ये कोई तरीका नहीं है आदमी मरता रहे, एक के बाद एक..। मेरी विधानसभा में 500 गांव हैं। एक गांव जाता हूं, दूसरे में हमला हो जाता है। सैजनिया में हमला हो गया। मैं एक आदमी कहां कहां जाऊंगा एक आदमी। जिसकी ड्यूटी है वन विभाग की वह क्या कर रहे हैं। वन विभाग का काम है, न कि जनता का। एसपी आएंगे मदद के लिए। मेरी चाहे सदस्यता रहे या चली जाए, मुझे विधायकी की जरुरत नहीं, मैं जनता की सेवा के लिए विधायक बना हूं। इतना ही नहीं विधायक ने कहा कि वन विभाग इतना लाचार दिख रहा है। वन विभाग का रेंजर जो हैं, उसे तत्काल हटाया जाए। डीएम से कहा कि वन विभाग के अफसरों से कहो कि 24 घंटे में हमलावर बाघ /बाघिन को पकड़ें। विधायक ने वन विभाग के डीएफओ की जमकर फटकार लगाई। कहा कि कई बार बोल चुके हमलाकर बाघ को पकड़ो, लेकिन टीमें प्रधान के घर आराम करने लगती हैं। 

बाघ के मूवमेंट पर लगातार नजर रखी जा रही है। सभी रेंजों के वनकर्मियों को लगाया गया है। ड्रोन एवं हाथियों की मदद भी ली जा रही है। गुरुवार को दो गांवों में बाघ हमले की तीन-अलग-अलग घटनाएं हुई हैं। जिसमें एक महिला की मृत्यु हो गई। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। बाघ को पकड़ने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। - भरत कुमार डीके, डीएफओ, वन एवं वन्यजीव प्रभाग, पीलीभीत।

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