Lucknow News: एचके इंफ्राविजन ने प्लॉट के नाम पर दो महिलाओं से हड़पे 17.75 लाख रुपए
लखनऊ, अमृत विचार। रियल एस्टेट फर्म एचके इंफ्राविजन के निदेशक बिल्डर भाइयों ने प्लॉट दिलाने के नाम पर दो महिलाओं 17.75 लाख रुपये हड़प लिए। बिहार छपरा निवासी प्रियंका गिरी लखनऊ में प्लॉट खरीदने के लिए वर्ष 2020 में एचके इंफ्राविजन में संपर्क किया। बिल्डर भाइयों प्रमोद उपाध्याय और विनोद ने कान्हा उपवन में साइट बताकर नक्शा दिखाया।
प्रियंका ने प्लॉट बुक कर नकद व चेक से कई बार में 9 लाख रुपये जमा किए। रजिस्ट्री और कब्जे की बात पर टालमटोल की। पता चला कि बुक प्लॉट दूसरे को बेच दिया गया है। विरोध करने पर प्रमोद, उनकी पत्नी सीमा, भाई विनोद और प्रभात ने धमकाया।
इसी तरह आलमबाग के चंदर नगर निवासी प्रतिमा भारती ने वर्ष 2017 में मोहनलालगंज के मऊ स्थित योजना में पति राकेश कुमार के नाम पर प्लॉट बुक कर 8.75 लाख रुपये दिए थे। रजिस्ट्री के आठ साल बाद भी कब्जा न मिलने पर रुपये मांगे तो धमकाया गया।
पीड़ितों ने मोहनलालगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी प्रमोद को एसटीएफ की मदद से गिरफ्तार किया गया था। उसके भाई विनोद की तलाश की जा रही है। अन्य आरोपियों की भूमिका की जांच की जा रही है।
प्लॉट का झांसा देकर हेड कांस्टेबल से ऐंठे 9.70 लाख
डीजीपी मुख्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल को प्लॉट देने का झांसा देकर रियल एस्टेट फर्म अनम लाइफ इंफ्रा हाइट्स के निदेशक ने 9.70 लाख रुपये ऐंठ लिए। हेड कांस्टेबल नवनीत प्रकाश ने बताया कि अगस्त 2019 में रियल एस्टेट कंपनी अनम लाइफ इंफ्रा हाइट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक मो. आसिफ निवासी सरोज विहार मुलायमनगर इस्माइलगंज से संपर्क हुआ। आसिफ ने बाराबंकी के प्रतापगंज गांव रसौली में जमीन दिखाई।
नवनीत ने 1500 वर्ग फीट की जमीन बुक कर कई बार में 9.70 लाख दिए थे, लेकिन रजिस्ट्री नहीं हुई। बाद में आसिफ ने बताया कि जमीन पर ग्रामीणों ने कब्जा कर लिया, इसलिए रजिस्ट्री नहीं हो सकती। रुपये भी नहीं लौटाए तो पीड़ित ने डीसीपी पूर्वी शांक सिंह से शिकायत की। जांच में आरोप सही मिलने पर गाजीपुर पुलिस ने मो. आसिफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर गाजीपुर विकास राय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
बैनामा कराकर महिला की हड़पी जमीन, ठगे 40 लाख
काकोरी स्थित जमीन बेचने के नाम पर महिला ठगी का शिकार हो गयी। काकोरी के कटरा बाजार निवासी तसनीम फातिमा अल्वी की गांव में अपनी 14300 वर्गफीट भूमि बेचना चाहती थी। वर्ष 2023 में सुब्रत सिंह व ताबिश इकबाल अल्वी से 48 लाख रुपये में सौदा तय हुआ। दोनों ने 5 लाख खाते में ट्रांसफर करने के साथ 3 लाख का चेक दिया। शेष रकम बैनामे के समय देने की बात कही।अगस्त 2023 में फातिमा ने में बैनामा कर दिया। दोनों ने 40 लाख की चार चेक दीं, सभी बाउंस हो गईं।
सुब्रत व ताबिश ने विवेक कुमार के साथ मिलकर जमीन का कई लोगों को बैनामा कर दिया। कई बैनामों में आनंद कुमार गुप्ता, राजेश कुमार, अंकित गुप्ता, कमल चौरसिया, उनकी पत्नी कंचन चौरसिया, शुभम, आशुतोष रस्तोगी व सुरेश कुमार गवाह बने। 40 लाख रुपये व जमीन वापस मांगने पर फातिमा को धमकाया। थाने में कार्रवाई न होने पर फातिमा ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर वजीरगंज पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों समेत 11 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत व धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
