Monsoon Session: ऑपरेशन सिंदूर पर मोदी सरकार संसद में चर्चा को तैयार, कुल 25 घंटे होगी बहस
नई दिल्ली। मॉनसून सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों में विपक्षी दलों की ओर से जबरदस्त हंगामे के बाद सरकार ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा को तैयार हो गई है। अगले हफ्ते दोनों सदनों में मिलाकर कुल 25 घंटे इस मुद्दे पर चर्चा होगी। जिसमें लोकसभा के लिए 16 घंटे तो राज्यसभा के लिए 9 घंटे तय किए गए हैं।
मॉनसून सत्र के पहले दिन ही सदन की शुरुआत के साथ ही विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम आतंकी हमला, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावों और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की कवायद समेत अन्य विषयों पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया।
लोकसभा में होगी 16 घंटे की चर्चा
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक में ऑपरेशन सिंदूर पर सदन में चर्चा के लिए 16 घंटे का समय निर्धारित करने पर सहमति बनी है। कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की सोमवार को हुई बैठक में ऑपरेशन सिंदूर के अलावा भारतीय डाक विधेयक के लिए तीन घंटे, आयकर विधेयक के लिए बारह घंटे, राष्ट्रीय खेल विधेयक के लिए आठ घंटे, मणिपुर बजट पर दो घंटे का समय निर्धारित किया गया है।
तेलुगु देशम पार्टी ने बैठक में आपातकाल के पचास वर्ष पर चर्चा कराने की मांग की। इसके अलावा भाजपा के अनुराग ठाकुर ने हिमाचल में बारिश और बाढ़ पर चर्चा कराने का आग्रह किया। बैठक में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल, कांग्रेस के गौरव गोगोई, के सुरेश, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले समेत अन्य शामिल हुए।
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