अपर मुख्य सचिव बनना कोई उपलब्धि नहीं, काम करने का बस नया अवसर: आलोक कुमार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को यूपी के दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों का प्रमोशन देकर अपर मुख्य सचिव (एसीएस) बनाया, इसमें यूपी के तेज तर्रार आईएएस आलोक कुमार द्वितीय भी शामिल हैं। प्रमोशन के बाद उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि नहीं एक नया अवसर है जिसके तहत यूपी के विकास में योगदान देने का प्रयास करूंगा। प्रमोशन के बाद आलोक कुमार द्वितीय ने अपने सोशल मीडिया पेज पर इसकी खुशी जताते हुए लिखा “ मुझे अपर मुख्य सचिव पद पर प्रोन्नति मिली और इस अवसर पर मैं अपने सभी सहयोगियों, मित्रों और परिवारजनों का दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं।”
उन्होंने कहा “लगभग 32 वर्ष पूर्व मैंने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की परीक्षा पास की थी और तब से यह सफर निरंतर जारी रहा। इस यात्रा में मैंने अनेक चुनौतियों का सामना किया लेकिन हर कदम पर मुझे अपने अधीनस्थों और वरिष्ठों का सहयोग मिला।
कुमार ने कहा “यह पद केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह मेरे लिए एक नया अवसर है, जिसमें मैं शासन की नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करने और अपने उत्तर प्रदेश के विकास में योगदान देने का प्रयास करूंगा।”
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार के नियुक्ति विभाग की तरफ़ से शुक्रवार को जारी आदेश के मुताबिक 1993 बैच के अधिकारी आलोक कुमार द्वितीय और वीना कुमारी मीना को प्रमोशन देते हुए अपर मुख्य सचिव बनाया गया था।
