संभल : दरोगा ने ग्राम प्रधान को हवालात में बंद कर मारे 100 पट्टे, उधड़ गई खाल
बच्चों के बीच विवाद को लेकर महिला की शिकायत पर हयातनगर थाने के दरोगा ने प्रधान को पकड़ा था
संभल, अमृत विचार। संभल जनपद के हयातनगर थाने के दरोगा ने ग्राम प्रधान को दो दिन तक थाने में यातनाएं देते हुए सौ पट्टे मारे। अब हालात यह हैं कि न तो ग्राम प्रधान लेट पा रहा है और न ही बैठ पा रहा है।
कुंवरपुर सराय के ग्राम प्रधान मेवाराम सैनी के साथ पुलिस ने ज्यादती किसी राज को उगलवाने के लिए नहीं, बल्कि ग्राम प्रधान की 8 साल के बेटे के एक बच्ची के साथ हुए विवाद को लेकर किया। पुलिस ग्राम प्रधान कोघसीट कर थाने ले आई और अपराधियों जैसा व्यवहार किया । ग्राम प्रधान मेवाराम का कहना है कि 24 जुलाई को उसके 8 साल के बेटे लकी से गांव निवासी कमलेश की बेटी का विवाद हो गया था। झगड़े के समय वह गांव में नहीं था। बच्ची की मां ने थाने में उसके खिलाफ भी प्रार्थना पत्र दे दिया। जांच पड़ताल के बजाय थाने का दरोगा अंकित 24 जुलाई को उन्हें पकड़कर थाने पर ले आया। उसके बाद रात को दरोगा व पुलिसकर्मियों ने उल्टा लिटा कर कपड़े उतरवाने के बाद एक दो नहीं बल्कि 100 पट्टे मारे। पुलिस ने ग्राम प्रधान को 25 जुलाई की शाम तक हिरासत में रखा। ग्राम प्रधान का आरोप है कि दरोगा ने उससे पैसे लिए और महिला को भी दिलवाए। उसके बाद उसे थाने से छोड़ा गया।
एसपी के आदेश पर सीओ कर रहे जांच
ग्राम प्रधान मेवाराम ने पुलिस की हिरासत से छूटने के बाद अगले दिन पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई से शिकायत की। साथ ही अपनी पीठ व अन्य जगहों पर लगी चोटों के फोटो भी पुलिस अधीक्षक को दिए। बताया कि उसे इतना पीटा गया है कि वह न तो बैठ पा रहा है और न ही लेट पा रहा है। पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच सीओ संभल को सौंपी है।
सीओ कार्यालय के सामने पैंट खोलकर दिखाए निशान
ग्राम प्रधान मेवाराम सोमवार को अपने बयान दर्ज करने के लिए पुलिस क्षेत्राधिकार कार्यालय पर आया था। कार्यालय के बाहर मीडिया को मेवाराम ने पुलिस की जुर्म की दास्तान सुनाई। अपनी पैंट खोली और पुलिस द्वारा पट्टे मारने से उधड़ी खाल और जख्म दिखाए तो वहां मौजूद लोग भी हैरान रह गए।
बयान देने से रोकने का भी हुआ प्रयास
सोमवार को मेवाराम अपने बयान दर्ज करने के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी कार्यालय पहुंचा तो दारोगा अंकित व अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे रोकने का प्रयास किया। कहा कि जो हुआ उस बात को खत्म करो। हम अपनी गलती मान लेंगे तुम बयान दर्ज मत कराओ। हालांकि ग्राम प्रधान ने कहा कि उसके साथ बिना किसी अपराध के जुल्म हुआ है तो वह अधिकारियों के सामने अपनी बात कहेगा जरूर। हयातनगर थाना प्रभारी संजीव कुमार का कहना है कि दरोगा अंकित ने एक महिला द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्र की जांच की थी। उसी जांच के दौरान दरोगा पर मारपीट का आरोप ग्राम प्रधान लगा रहा है।
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