सीएम के आने की आहट से एक दिन के लिए आज समय से आए कार्मचारी-अधिकारी, शिक्षा निदेशालय में अनियमितताओं का भंडार

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
On

प्रयागराज, अमृत विचारः प्रयागराज का शिक्षा निदेशालय, जो लंबे समय से अनियमितताओं के लिए चर्चा में रहा, आज सुबह 9:30 बजे खुल गया। परिसर में साफ-सफाई का काम पूरा हो चुका था। कर्मचारी, प्रशासनिक अधिकारी और चतुर्थ श्रेणी के कर्मी एक-एक करके कार्यालय पहुंचे। आमतौर पर दोपहर 12 बजे के बाद पहुंचने वाले ये कर्मचारी आज अपनी सीटों पर मौजूद थे और अनमने ढंग से कंप्यूटर पर काम शुरू कर रहे थे। इसके पीछे वजह थी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रयागराज दौरा। वह शिक्षा निदेशालय से केवल 400 मीटर दूर सर्किट हाउस में सुबह 11 बजे से प्रयागराज और विंध्याचल मंडल के सांसदों व विधायकों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक करने वाले थे। 

प्रयागराज का उत्तर प्रदेश शिक्षा निदेशालय बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा से संबंधित कार्यों का केंद्र है। यहां करीब दो दर्जन अधिकारी और 400 कर्मचारी विभिन्न अनुभागों में कार्यरत हैं। सामान्य दिनों में कर्मचारियों का कार्यालय आने का समय अनिश्चित रहता है, लेकिन चाय-पान की दुकानों पर समय बिताने और घर लौटने का समय उनके लिए तय रहता है। अधिकतर कर्मचारी कार्यालय पहुंचने के बाद जल्द ही गायब हो जाते हैं और सड़क किनारे चाय की दुकानों पर समय बिताते हैं। कई कर्मचारी इतने लापरवाह हो चुके हैं कि बिना सूचना दिए कार्यालय से अनुपस्थित रहते हैं। 

हाल ही में अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) सुरेंद्र कुमार तिवारी ने कार्यालय के रजिस्टर की जांच की, जिसमें डेढ़ दर्जन कर्मचारियों के बिना सूचना गायब रहने का खुलासा हुआ। इस लापरवाही का खामियाजा प्रदेश भर से आने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को भुगतना पड़ता है, जो अपनी समस्याओं के समाधान के लिए कार्यालय पहुंचते हैं। फिर भी, कई अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली में सुधार नहीं हो रहा, जिससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

आज के दिन, अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) सुरेंद्र कुमार तिवारी, बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव कामताराम पाल, वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी सीएल चौरसिया और बेसिक शिक्षा के उप सचिव अजय कुमार सिंह अपने कार्यालयों में मौजूद थे। वे हाईकोर्ट में लंबित मामलों और शिक्षकों-कर्मचारियों की समस्याओं के निपटारे में जुटे थे। हालांकि, अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) राजकीय अजय कुमार द्विवेदी ज्यादातर समय लखनऊ में रहते हैं।

यह भी पढ़ेः IND VS PAK: एशिया कप को लेकर हंगामा, क्या खेल मंत्रालय  लगा पाएगा मुकाबले पर रोक, जानें पूरी कहानी

संबंधित समाचार