UP DGP ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये की जनसुनवाई, साइबर अपराध की समीक्षा

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Published By Deepak Mishra
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्णा ने शुक्रवार को जनसुनवाई, साइबर अपराध और प्रशिक्षण को लेकर जारी आदेश की समीक्षा की। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये की गयी समीक्षा बैठक में सभी जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, जिला प्रभारी मौजूद रहे।

डीजीपी कृष्णा ने बैठक के दौरान अपनी 10 प्राथमिकताओं को दोहराते हुये क्रमवार सभी प्राथमिकताओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होने कहा कि दस प्राथमिकताओं के लक्ष्य को तीन बैक बोन तकनीक, प्रशिक्षण एवं प्रतिभा विषेषज्ञता के जरिये प्रभावी रूप से प्राप्त किया जा सकता है। 

उन्होने कहा कि जनशिकायतों का निस्तारण का मूल्यांकन इन्फार्मेशन एवं डेटा के आधार पर करना होगा। गोष्ठी के दौरान पुलिस महानिदेशक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जिलों के आईजीआरएस की शिकायतों के निस्तारण के तुलनात्मक डेटा को दिखाते हुये समीक्षा की तथा वरिष्ठ अधिकारियों से अपेक्षा की कि वह स्वयं नियमित रूप से आईजीआरएस के प्रकरणों की समीक्षा करेंगे। 

पुलिस प्रमुख ने कहा कि थानों की कार्यप्रणाली इस प्रकार विकसित करें कि कोई भी व्यक्ति थाने पर निसंकोच आ कर अपनी शिकायत दर्ज करा सके। थानों पर अवांछनीय तत्वों का प्रवेश पूर्णतया बंद करा दिया जाये। साइबर अपराधों पर चर्चा करते हुये उन्होने कहा कि कोविड के बाद से साइबर अपराधों के प्रकरणों में वृद्धि हुयी है,इसलिये पुलिस को भी अपनी क्षमता को उसी प्रकार उच्चीकृत किये जाने की आवश्यकता है।

थाने पर गठित साइबर सेल के सुदृढ़ीकरण और उनके कार्यों के बारे में निर्देश पहले से ही दिये जा चुके हैं जिनको पूरा करते हुए अगले 15 दिन के अंदर सभी थानों पर साइबर सेल को सुदृढ़ करते हुये वरिष्ठ अधिकारी यह सुनिश्चित करा लें कि साइबर सेल में दक्ष एवं भिज्ञ कर्मी ही नियुक्त हों। 

उन्होने थाना स्तर और जिला स्तर के साइबर सेल सुदृढ़ होकर तत्परता से पीड़ितों की शिकायतों से संबंधित पोर्टल नेशनल साइबर क्राईम रिर्पोटिंग पोर्टल का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करे और इस पोर्टल के माध्यम से जो निर्धारित कार्यवाही की जानी है उसको अतिशीघ्र सुनिश्चित करें। 

आने वाले दिनों में इस पोर्टल की कार्यवाही से संबंधित एसओपी भी मुख्यालय से जारी की जाएगी जो जिलों/ कमिश्नरेट्स की साइबर सेल और समस्त थानों की साइबर सेल को इस पोर्टल पर सुगमता से कार्य करने में सहायक होगी। प्रशिक्षण पर चर्चा के दौरान पुलिस महानिदेशक ने कहा कि प्रशिक्षण प्रतिदिन की प्राथमिकता है, यह एक एटीट्यूड है। 

वरिष्ठ अधिकारी जिलों व पीएसी इकाइयों में भ्रमण के दौरान वहां दिये जा रहे प्रशिक्षण की गुणवत्ता सुनिश्चित करें। फील्ड व पीएसी इकाइयों में नियुक्त कर्मियों को भी आपरेशनल एवं सिचुएशनल प्रशिक्षण प्रदान किया जाये। प्रशिक्षण एक कमॉण्ड जॉब है, जिसे वरिष्ठ अधिकारियों को ही अपने निकट पर्यवेक्षण एवं निर्देशन में कराना होगा। पुलिस महानिदेशक ने वरिष्ठ अधिकारियों से अपेक्षा की कि वह स्वयं भी कानून, फारेंसिक एवं तकनीकी ज्ञान की समुचित जानकारी रखें। 

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