ग्लोबल बिजनेस समिट में नामीबिया-नाइजीरिया के प्रतिनिधि, अंतरराष्ट्रीय साझेदारी पर हुई चर्चा
सीएसजेएमयू में कल्चरल इमर्शन-2025, छात्र-फैकल्टी एक्सचेंज पर जोर
कानपुर, अमृत विचार : सीएसजेएमयू में मंगलवार को ग्लोबल बिजनेस समिट एवं कल्चरल इमर्शन-2025 का आयोजन हुआ, जिसमें नामीबिया और नाइजीरिया के विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों ने शिरकत की। कार्यक्रम में संयुक्त शैक्षणिक पहल, छात्र विनिमय और फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम को गति देने पर विस्तृत चर्चा हुई।
अंतरराष्ट्रीयकरण की ओर तेज़ कदम : प्रति-कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने बताया कि कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक के विज़न के तहत दो वर्ष पहले विश्वविद्यालय में आईआरएसी सेल की स्थापना की गई थी। इसके जरिए कई देशों और संस्थाओं से एमओयू किए गए, विदेशी छात्रों को आमंत्रित किया गया और सफलतापूर्वक प्रवेश दिया गया। अब विश्वविद्यालय अल्पकालिक अंतरराष्ट्रीय प्रोफेसरों की नियुक्ति, सहयोगी शोध और वैश्विक शैक्षणिक गतिविधियों में आगे बढ़ रहा है।
35 विदेशी छात्रों को अब तक प्रवेश : आईआरएसी सेल के अधिष्ठाता प्रो. सुधांशु पांडिया ने बताया कि अब तक करीब 35 विदेशी छात्रों को प्रवेश दिया जा चुका है, जबकि ‘स्टडी इन इंडिया’ पोर्टल के माध्यम से 500 से अधिक आवेदन आए हैं। स्क्रीनिंग के बाद योग्य छात्रों का ही चयन किया जा रहा है।
विदेशी प्रतिनिधियों ने देखी सुविधाएं : एसोसिएट डीन डॉ. राजीव मिश्रा ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से विश्वविद्यालय की अधोसंरचना, विभागों और शैक्षणिक माहौल की जानकारी दी। विदेशी प्रतिनिधियों ने हॉस्टल और विश्वविद्यालय के वातावरण में गहरी रुचि दिखाई।
कार्यक्रम में मौजूद रहे : इस अवसर पर एसोसिएट डीन डॉ. प्रभात द्विवेदी, डॉ. विकास सैनी, कुलसचिव राकेश कुमार, नामीबिया से पैनी लिनस और फिडेल नतानियल मेकोंजो, नाइजीरिया से राबिउ महमूद अब्दुल हामिद, मुरताला कमाल फारूक, यूसुफ नाफिसा उमर, अब्बास कुर्या मादारो, भारत से अंगद सिंह और अवरीन सिंह सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।
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