एलियन का विमान तेजी से बढ़ रहा है पृथ्वी की तरफ? अल्फा सेंचुरी के लिए डिजाइन किया 58 किमी लंबा यान
लखनऊ, अमृत विचारः वैज्ञानिक अभी तक किसी भी एलियन जीवन की खोज नहीं कर पाए हैं, और न ही तमाम दावों के बावजूद किसी एलियन के पृथ्वी पर आने की कोई पुष्टि हुई है। लेकिन हाल ही में 3I/ATLAS नामक एक रहस्यमय चीज अंतरिक्ष में खोजी गई है, जो तेजी से धरती की ओर बढ़ रही है। इसे लेकर कई तरह के अनुमान और दावे किए जा रहे हैं। लेकिन हार्वर्ड के वैज्ञानिक एवी लोएब ने इस रहस्यमय चीज के एलियन का विमान होने का दावा किया है। इसके बाद दुनियाभर के खगोलविदों में इस बात पर बहस छिड़ गई है। कहा तो यह भी जा रहा है कि हो सकता है कि यह विमान पृथ्वी पर हमला करने के लिए आ रहा हो। हालांकि लोएब का कहना है कि यह धूमकेतु नहीं है, एलियंस की जासूसी तकनीक का नमूना हो सकता है। लोएब का मानना है कि एलियन इससे हम पर नजर रख रहे हैं, जो मानवता के लिए खतरा भी हो सकता है।
अल्फा सेंचुरी के लिए डिजाइन किया 58 किमी लंबा यान
वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के सबसे नजदीक स्थित स्टार सिस्टम अल्फा सेंचुरी की सैर कराने के लिए एक अनोखा अंतरिक्ष यान क्रिसालिस डिजाइन किया है। इसकी लंबाई 58 किलोमीटर है। यह यान 2400 लोगों को ले जाने में सक्षम है। अल्फा सेंचुरी पृथ्वी से करीब 40 ट्रिलियन किमी की दूरी पर है, जिसे पूरा करने में 400 साल लग सकते हैं। इसे लेकर कहा जा रहा है कि यात्रा शुरू करने वाले लोगों की पांचवी या छठी पीढ़ी ही अल्फा सेंचुरी पर पहुंच पाएगी। यह यान प्राक्सिमा सेंचुरी बी नामक ग्रह पर लोगों को उतारेगा। पृथ्वी के आकार का यह ग्रह इंसानों के रहने लायक माना जाता है।
यूएफओ रहस्य जैसे पर ज्यादातर दावे पड़ताल में खारिज
यूएफओ (अनएडंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स) या उड़नतश्तरियों के आसमान से उतरने की कहानियां एक रहस्य जैसी हैं, और समय-समय पर वैज्ञानिक कसौटी पर खारिज होती रहती हैं, इसके बावजूद हर साल दुनिया भर में उड़नतश्तरियां देखे जाने के सैकड़ों मामले सामने आते रहते हैं। इस बार भी दो जुलाई को विश्व यूएफओ दिवस पर ऐसे मामलों की पड़ताल रिपोर्ट में अधिकतर दावों को खारिज कर दिया गया। उड़न तश्तरियों के बारे में पेंटागन की पिछले वर्ष की रिपोर्ट को सबसे अहम माना जा सकता है, जिसमें साल 2023-24 के 757 यूएफओ मामलों की समीक्षा की गई। इनमें से अधिकांश को गुब्बारे, पक्षी, उपग्रह या ड्रोन के रूप में पहचाना गया, लेकिन कुछ मामले अस्पष्ट रह गए। रिपोर्ट में परग्रही मूल के कोई ठोस सबूत नहीं मिले। इससे पहले नासा की यूएफओ रिपोर्ट में माना गया था कि यूएफओ पृथ्वी के सबसे बड़े रहस्यों में से एक हैं। नासा की स्वतंत्र अध्ययन टीम ने इनकी वैज्ञानिक जांच की वकालत तो की थी, लेकिन परग्रही जीवन के कोई पुख्ता सबूत मिलने से इंकार किया था। हालांकि दो वर्ष पहले मेक्सिको की संसद में दो कथित ‘एलियन शव’ प्रदर्शित करके दावा किया गया था कि वे हजारों साल पुराने हैं। लेकिन वैज्ञानिकों ने इन्हें नकली या मानव निर्मित माना था।
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