Bareilly : ब्लैक स्पॉट पर खतरा बरकरार, पीडब्ल्यूडी को बजट का इंतजार

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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बरेली, अमृत विचार। पीडब्ल्यूडी को मंडल के 96 ब्लैक स्पॉट पर सुधार के लिए बजट का इंतजार है। विभाग ने 118 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर शासन को दो महीने पहले भेजा था लेकिन अब तक बजट स्वीकृत नहीं हुआ है। पीडब्ल्यूडी का दावा है कि कुछ प्रमुख ब्लैक स्पॉट पर अस्थायी सुधार किया गया है।

शासन के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी ने जून में पहली बार सड़क सुरक्षा के उपायों को अपनी कार्ययोजना में शामिल करते हुए बरेली मंडल में 96 दुर्घटना संभावित क्षेत्रों (ब्लैक स्पॉट) को चिह्नित किया था। यहां काम कराने के लिए विभाग ने 118 करोड़ रुपये के बजट का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था। जुलाई में शासन से स्वीकृति और बजट मंजूरी के बाद कहीं सड़क की डिजाइन में सुधार तो कहीं संकेतक आदि लगाने की बात कही गई लेकिन अब तक बजट मंजूर नहीं हो सका है। 

पीडब्ल्यूडी ने जो प्रस्ताव भेजा है, उसमें बरेली के प्रमुख ब्लैक स्पॉट में बदायूं रोड पर महेशपुर ठाकुरान, अटा कायस्थान बाईपास, किला पुल, सिटी सब्जी मंडी, दिल्ली रोड पर फतेहगंज में राधाकृष्ण मंदिर, एएनए कॉलेज तिराहा आदि हैं। वहीं शाहजहांपुर में बीसलपुर-बंडा-खुटार मार्ग, फतेहगंज दातागंज मार्ग से मढ़ई मार्ग, रानेट चौराहा, ओरछी चौराहा, बजीरगंज उसहैत मार्ग, पीलीभीत में ईदगाह मार्ग, नकटी चौराहा, आसाम चौराहा आदि ब्लैक स्पॉट हैं। 

यहां टेबल टॉप, स्पीड टेबल, रंबल स्ट्रिप, ओवरहेड साइनबोर्ड, सोलर कैट आई, मीडियन मार्कर, कर्व स्टोन ट्री प्लेट, प्लेट ट्यूबलर मार्कर, थर्मो प्लास्टिक पेंट आदि कार्य प्रस्तावित हैं। चीफ इंजीनियर अजय कुमार का कहना है कि ब्लैक स्पॉट के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। संभावना थी कि दो महीन में प्रस्ताव को स्वीकृत होने के बाद बजट जारी किया जाएगा लेकिन अब तक बजट नहीं मिल सका। सुरक्षा के लिहाज से कुछ जगह ब्लैक स्पॉट पर सुरक्षात्मक उपाय कराए गए हैं।

कई बार हो चुकी पहल, नतीजा कुछ नहीं निकला
बरेली के 28, बदायूं में 30, शाहजहांपुर में 18 और पीलीभीत में 20 ब्लैक स्पॉट हैं। यहां सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने को कमिश्नर हर बार मंडलीय बैठक में अफसरों को सुरक्षात्मक उपाय करने के निर्देश देतीं हैं। चार माह पहले मंडलायुक्त के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई और ट्रैफिक पुलिस ने मंडल के सभी जिलों में मौके पर जाकर संयुक्त सर्वे किया था। रामपुर रोड पर हादसों का कारण बने राधाकृष्ण मंदिर, एएनए कालेज तिराहा और बिलवा के ब्लैक स्पॉट खत्म करने की योजना बनाई लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला।

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