बाराबंकी में बच्चों की पढ़ाई पर ‘नशे’ का साया, शराब की दुकान के साथ लगकर चल रहा विद्यालय
बाराबंकी, अमृत विचार : शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। देवा-फतेहपुर मार्ग पर सलारपुर गांव में पिछले 15 वर्षों से देशी शराब की दुकान संचालित है। हैरानी की बात यह है कि इसी दुकान के ठीक बगल में पिछले 8 वर्षों से शिव शक्ति शिक्षण संस्थान नामक विद्यालय भी चल रहा है। दोनों के बीच सिर्फ एक दीवार है।
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बच्चों पर पड़ रहा नकारात्मक असर : ग्रामीणों और अभिभावकों ने गंभीर चिंता जताई है कि शराब पीने वालों की आवाजाही से बच्चों में भय और असुरक्षा का माहौल बनता है। कई बार नशे में धुत लोगों की हरकतें बच्चों और अभिभावकों के लिए परेशानी खड़ी करती हैं। लोगों का कहना है कि जहां बच्चों को शिक्षा और संस्कार मिलने चाहिए, वहां शराब का ठेका होना बेहद शर्मनाक और खतरनाक है।
मान्यता पर सवाल : स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि शिक्षा विभाग ने नियमों को ताक पर रखकर विद्यालय को मान्यता प्रदान की। नियम स्पष्ट कहते हैं कि विद्यालयों के आसपास असामाजिक गतिविधियों वाले स्थल नहीं होने चाहिए। इसके बावजूद स्कूल को मान्यता दी गई। इससे शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
अधिकारी का बयान : खंड शिक्षा अधिकारी देवा, सुनील कुमार ने कहाकि “शराब की दुकान के बगल में विद्यालय संचालित होना गलत और शर्मनाक है। मामले की जानकारी नहीं थी। जांच कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
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