त्योहारों पर ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए जीआरपी-आरपीएफ का एंटी डकैती सेल सक्रिय, हाथरस से कानपुर तक बस्तियों पर पैनी नजर
जमीर सिद्दीकी, कानपुर : त्योहारों के सीजन में यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे पुलिस अलर्ट मोड पर है। छठ पूजा, दुर्गा पूजा, दीपावली, धनतेरस और ईद-मिलादुन्नबी जैसे पर्वों में ट्रेनों में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए जीआरपी-आरपीएफ ने संयुक्त रूप से एंटी डकैती सेल का गठन किया है। यह टीम ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी और लुटेरों से मोर्चा लेगी।
गुरुवार को सेंट्रल स्टेशन पर जीआरपी प्रभारी ओम नारायण सिंह और आरपीएफ पोस्ट प्रभारी सिद्धनाथ पाटीदार के बीच बैठक हुई। इसमें त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुरक्षा को लेकर रणनीति तैयार की गई। रेलवे पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक कानपुर से दिल्ली के बीच हाथरस से लेकर झकरकटी पुल तक का इलाका सबसे अधिक संवेदनशील माना गया है। इसी रूट पर डकैती और लूट की कई वारदातें हो चुकी हैं।
यात्रियों की सुरक्षा के लिए इन ट्रेनों में आधुनिक असलहों से लैस एक सब इंस्पेक्टर और दो सिपाही की तैनाती की जाएगी। सुरक्षा बल सादे कपड़ों में भी मौजूद रहेंगे ताकि संदिग्ध यात्रियों पर नजर रखी जा सके।
सभी थानों से तालमेल : कानपुर जीआरपी-आरपीएफ ने फिलहाल दो रूट तय किए हैं कानपुर-प्रयागराज और कानपुर-दिल्ली। सुरक्षा टीम रास्ते में पड़ने वाले सभी जीआरपी व आरपीएफ थानों से लगातार संपर्क में रहेगी। जरूरत पड़ने पर टीम को तत्काल मदद मिल सकेगी। लोको पायलट और गार्ड से भी सुरक्षा बल संपर्क बनाए रखेंगे।
डकैती का शिकार ट्रेनें
- संगम एक्सप्रेस (हाथरस में तीन बार डकैती)
- जनसाधारण एक्सप्रेस (हाथरस के पास लूट)
- नीलांचल एक्सप्रेस (दो बार डकैती, यात्री घायल)
- सप्तक्रांति एक्सप्रेस (अलीगढ़ के पास लूटी गई)
- संपर्कक्रांति एक्सप्रेस (हाथरस-अलीगढ़ के बीच डकैती)
- श्रमशक्ति एक्सप्रेस (फर्स्ट एसी में डॉक्टर की हत्या)
- कालका मेल (साधारण कोच में दिनदहाड़े लूट)
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